स्टेल्थ फ्रीगेट ‘तारागिरि’

सितंबर, 2022 को भारतीय नौसेना के लिए 3,510 टन के अनुमानित भार के साथ तारागिरि नामक फ्रीगेट का जलावतरण किया गया। यह प्रोजेक्ट 17ए (Project 17A) के तहत निर्मित फ्रीगेट है, जिसे रडार-शोषक कोटिंग्स (radar-absorbent coatings) के माध्यम से ‘स्टेल्थ’ क्षमताओं से युक्त बनाया गया है।

मुख्य बिंदुः इसे मझगांव डॉक शिपबिल्डर्स लिमिटेड (MDL) द्वारा निर्मित किया गया है तथा भारतीय नौसेना के इन-हाउस डिजाइन संगठन, ब्यूरो ऑफ नेवल डिजाइन द्वारा डिजाइन किया गया है।

  • ‘तारागिरि’ का निर्माण 10 सितंबर, 2020 को शुरू किया गया था और इसके फरवरी 2023 में भारतीय नौसेना में शामिल होने की उम्मीद है।

प्रोजेक्ट 17A

प्रोजेक्ट 17A के तहत सात स्टील्थ फ्रिगेट का निर्माण किया जाना है तथा प्रोजेक्ट 17A की कुल अनुमानित कीमत करीब 25,700 करोड़ रुपये है। इन सात में से तीन युद्धपोतों को कोलकाता स्थित गार्डन रीच शिपबिल्डर्स एंड इंजीनियर्स लिमिटेड (जीआरएसई) द्वारा बनाया जा रहा है।

  • जबकि अन्य चार युद्धपोतों का अनुबंध मुंबई में स्थित सरकारी स्वामित्व वाली ‘मझगांव डॉक्स लिमिटेड’ (एमडीएल) को दिया गया था।
  • प्रोजेक्ट 17A का पहला जहाज, ‘नीलगिरि’ था, जिसे 28 सितंबर, 2019 को जलावतरित किया गया था। इसके 2024 की पहली छमाही में समुद्री परीक्षण किये जाने की आशा है।
  • पी 17A के तहत निर्मित दूसरा जहाज ‘उदयगिरि’ है, जिसे 17 मई, 2022 को जलावतरित किया गया था। 2024 की दूसरी छमाहीं के दौरान इसके समुद्री परीक्षण शुरू होने की उम्मीद है।