वर्टिकल लॉन्च-शॉर्ट रेंज सरफ़ेस टू एयर मिसाइल

दिसंबर, 2021 को रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (DRDO) ने ‘वर्टिकल लॉन्च-शॉर्ट रेंज सरफेस-टू-एयर मिसाइल’ (Vertical Launch Short Range Surface to Air Missile-VL-SRSAM) का सफलतापूर्वक परीक्षण किया। ओडिशा के तट से दूर एकीकृत परीक्षण रेंज में इसका सफलतापूर्वक परीक्षण किया गया।

मुख्य बिंदुः इस वर्ष इस मिसाइल की दूसरा लगातार सफल परीक्षण उड़ान है। फरवरी 2021 में इसका प्रथम परीक्षण किया गया था।

  • वीएल-एसआरएसएएम को भारतीय नौसेना के लिए स्वदेशी रूप से डिजाइन और विकसित किया गया है।
  • यह भारतीय नौसेना के युद्धपोतों पर तैनात की जा सकती है। वर्तमान परीक्षण उड़ान में यह मिसाइल बहुत कम ऊंचाई पर स्थित इलेक्ट्रॉनिक लक्ष्य को ध्वस्त करने के लिए वर्टिकल लांचर से दागी गई। इस मिसाइल के परीक्षण से हवाई खतरों से निपटने में नौसेना की क्षमता में बढ़ोतरी होगी।

VL-SRSAM मिसाइल प्रमुख तथ्य

वीएल-एसआरएसएएम को भारतीय नौसेना के लिए रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन द्वारा डिजाइन और विकसित किया गया है।

  • यह रक्षा अनुसंधान और विकास प्रयोगशाला, अनुसंधान केंद्र इमारत (Research Centre Imarat - RCI) और अनुसंधान एवं विकास प्रतिष्ठान (इंजीनियर) द्वारा संयुक्त रूप से विकसित की गई है।
  • इस मिसाइल प्रणाली में समुद्री-स्किमिंग लक्ष्यों सहित विभिन्न हवाई खतरों को बेअसर करने की क्षमता है।
  • समुद्री स्किमिंग की रणनीति का उपयोग विभिन्न जहाज-रोधी मिसाइलों और कुछ लड़ाकू विमानों द्वारा किया जाता है, ताकि युद्धपोतों द्वारा रडार के माध्यम से पता लगाने से बचा जा सके।