UNESCO-IOC का ‘सुनामी रेडी’ प्रोग्राम

अगस्त 2021 में संयुक्त राष्ट्र शैक्षिक, वैज्ञानिक और सांस्कृतिक संगठन (United Nations Educational, Scientific and Cultural Organçation- UNESCO) द्वारा ओडिशा के दो गांवों को सुनामी से निपटने हेतु तैयारियों के लिये ‘सुनामी रेडी’ (Tsunami Ready) के रूप में नामित किया गया है।

उद्देश्यः इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य, सुनामी के दौरान आपातकालीन स्थितियों से निपटने हेतु तटीय समुदाय की तैयारियों में सुधार लाना है।

प्रमुख बिंदुः जगतसिंहपुर जिले के गंजम और नोलियासाही में वेंकटरायपुर (बॉक्सिपल्ली) को एक वर्चुअल कार्यक्रम के दौरान मान्यता प्रदान (प्रमाण पत्र) की गई है।

  • ओडिशा राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (Odisha State Disaster Management Authority- OSDMA) ने दो गांवों में ‘सुनामी रेडी’ प्रोग्राम को लागू किया।
  • OSDMA के दिशा-निर्देशों के अनुसार, उन गांवों में संकेतों के कार्यान्वयन के सत्यापन के बाद, उन्हें राष्ट्रीय स्तर पर मान्यता प्रदान कराने हेतु UNESCO-IOC के पास सिफारिश की।
  • OSDMA की सिफारिशों के आधार पर, UNESCO-IOC द्वारा दोनों गांवों को ‘सुनामी रेडी’ समुदाय के रूप में मान्यता प्रदान कर दी गई है। इस मान्यता के साथ, भारत हिंद महासागर क्षेत्र में ‘सुनामी रेडी’ को लागू करने वाला पहला देश और ओडिशा पहला राज्य बन गया है। ‘सुनामी रेडी’, UNESCO-IOC का एक सामुदायिक प्रदर्शन-आधारित कार्यक्रम है।
  • इसे UNESCO-IOC द्वारा सार्वजनिक, सामुदायिक नेताओं और राष्ट्रीय तथा स्थानीय आपातकालीन प्रबंधन एजेंसियों के सक्रिय सहयोग के माध्यम से, ‘सुनामी रेडी’ को बढ़ावा देने के लिये शुरू किया गया है।