मौसम आपदाओं पर रिपोर्ट

सितम्बर, 2021 में विश्व मौसम विज्ञान संगठन (World Meteorological Organization- WMO) द्वारा एक रिपोर्ट जारी की गई है, जिसमें कहा गया है कि पिछले 50 वर्षों में मौसम संबंधी आपदाओं के चलते 20 लाख लोगों की मौत हुई है।

  • WMO ने ‘एटलस ऑफ मॉर्टेलिटी एंड इकोनॉमिक लॉस फ्रॉम वेदर, क्लाइमेट एंड वॉटर एक्सट्रीम, फ्रॉम 1970 से 2019’ (Atlas of Mortality and Economic Losses from Weather, Climate and Water Extremes, from 1970 to 2019) को प्रकाशित किया है।
  • WMO संयुक्त राष्ट्र की एक विशेष एजेंसी है।

प्रमुख बिंदुः आपदाओं की संख्याः 50 वर्षों की अवधि में आपदाओं की संख्या में पांच गुना की वृद्धि हुई है, जिनका कारण जलवायु परिवर्तन, अधिक चरम मौसम और बेहतर रिपोर्टिंग को बताया गया है।

  • वर्ष 1970 से 2019 तक मौसम, जलवायु और पानी से संबंधित आपदाएं सभी प्रकार की आपदाओं का 50%, आपदाओं से होने वाली कुल मौतें 45% तथा सभी प्रकार की आपदाओं की रिपोर्ट के अनुसार हुए आर्थिक नुकसान का 74% रही।
  • इनमें से 91% से अधिक मौतें विकासशील देशों में हुईं।
  • सूखा, तूफान, बाढ़ और अत्यधिक तापमान इसके प्रमुख कारण थे।

मौतों की घटती संख्याः बेहतर प्रारंभिक चेतावनी प्रणाली और आपदा प्रबंधन के कारण 1970 और 2019 के बीच मौतों की संख्या लगभग तीन गुना कम हो गई।

जलवायु परिवर्तन फुटप्रिंटः जलवायु परिवर्तन के परिणामस्वरूप दुनिया के कई हिस्सों में मौसम और चरम जलवायु की घटनाएं बढ़ रही है और ये दुनिया के कई हिस्सों में लगातार और गंभीर हो जाएगी।

  • वायुमंडल में अधिक जल-वाष्प ने अत्यधिक वर्षा और बाढ़ की घटनाओं को बढ़ा दिया है तथा गर्म होते महासागरों ने तीव्र उष्णकटिबंधीय तूफानों की आवृत्ति एवं सीमा को प्रभावित किया है। इसने दुनिया के कई हिस्सों में निचले इलाकों, डेल्टा, तटों और द्वीपों की भे/ता को बढ़ा दिया है।