राष्ट्रीय अवसंरचना पाइपलाइन (एनआईपी)

देश भर में विश्व स्तरीय आधारभूत संरचना प्रदान करने और सभी नागरिकों के लिए जीवन का गुणवत्ता में सुधार के लिए वित्त वर्ष 2020-2025 के दौरान लगभग 111 लाख करोड़ रुपये (अमेरिकन डॉलर 1.5 ट्रिलियन) के अनुमानित आधारभूत संरचना के निवेश के साथ नेशनल इंफ्रास्ट्रक्चर पाइपलाइन (एनआईपी) शुरू की गई।

  • यह परियोजना की तैयारी में सुधार और आधारभूत संरचना में घरेलू और विदेशी दोनों तरह के निवेश को आकर्षित करने की भी परिकल्पना करता है।
  • वित्त वर्ष 2020 से 2025 के दौरान, ऊर्जा (24 प्रतिशत), सड़क (19 प्रतिशत), शहरी (16 प्रतिशत), और रेलवे (13 प्रतिशत) जैसे क्षेत्रों में भारत में आधारभूत संरचना में अनुमानित पूंजीगत व्यय का लगभग 70 प्रतिशत हिस्सा है।
  • एनआईपी ने भारत में आधारभूत संरचना के निर्माण के लिए एक समन्वित दृष्टिकोण के लिए सभी हितधारकों को शामिल किया है, ताकि अल्पकालिक विकास और संभावित सकल घरेलू उत्पाद को बढ़ावा दिया जा सके।

प्रमुख चुनौती

वर्ष 2024-25 तक 5 ट्रिलियन डॉलर की जीडीपी प्राप्त करने के लिए, भारत को आधारभूत संरचना पर इन वर्षों में लगभग 1.4 ट्रिलियन डॉलर खर्च करना अपेक्षित है।

  • वित्त वर्ष 2008-17 के दौरान, भारत ने आधारभूत संरचना पर लगभग 1.1 ट्रिलियन डॉलर का निवेश किया।
  • हालांकि, आधारभूत संरचना निवेश को पर्याप्त रूप से बढ़ाने की चुनौती है।
  • यह अनुमान है कि भारत को अपनी विकास दर को बनाए रखने के लिए 2030 तक बुनियादी ढांचे पर 5 ट्रिलियन डॉलर खर्च करने की आवश्यकता होगी। छप्च् का प्रयास इस लक्ष्य को कुशल तरीके से प्राप्त करना है।