वैश्विक लैंगिक अंतराल रिपोर्ट, 2021

मार्च 2021 में विश्व आर्थिक मंच द्वारा जारी वैश्विक लैंगिक अंतराल रिपोर्ट, 2021 में भारत 0-625 स्कोर के साथ 140 वें स्थान पर है। वैश्विक लैंगिक अंतराल रिपोर्ट 2021 में चार विषयक आयामों पर 156 देशों का आकलन किया गया है।

रिपोर्ट के प्रमुख निष्कर्ष

  • वर्ष 2021 की स्थिति और गति के अनुसार वर्तमान वैश्विक लैंगिक अंतराल को समाप्त करने में 135-6 वर्ष लगेंगे, जबकि वर्ष 2020 की स्थिति के अनुसार यह अवधि 99.5 वर्षों की थी।
  • विश्व के शीर्ष 10 देशों की सूची में नोर्डिक देशों का प्रभुत्व रहा, जिसमें आइसलैंड, नार्वे, फिनलैंड तथा स्वीडन शीर्ष पांच में शामिल हैं। मध्य-पूर्व और उत्तरी अफ्रीका के संयुक्त स्थान के उपरांत दक्षिण एशिया दूसरा सबसे निम्न प्रदर्शक है, जो अपने यहां लैंगिक अंतराल में 62.3 प्रतिशत कमी करने में सफल रहा है।

रिपोर्ट 2021 के अनुसार भारत की स्थिति

  • इस सूचकांक में 156 देशों को सम्मिलित किया गया है। इसमें भारत को वर्ष 2020 की तुलना में 28 स्थान की गिरावट के साथ 140वां स्थान प्राप्त हुआ है।
  • भारत दक्षिण एशियाई देशों में पाकिस्तान एवं अफगानिस्तान के बाद तीसरा सबसे खराब प्रदर्शक रहा है, जबकि बांग्लादेश की स्थिति भारत से अच्छी है।

आयामों के अनुसार भारत की स्थिति

आर्थिक भागीदारी एवं अवसर

  • महिलाओं की श्रम बल भागीदारी दर 24.8 प्रतिशत से घटकर 22.3 प्रतिशत हो गई है।
  • इसके अतिरिक्त, पेशेवर तथा तकनीकी भूमिकाओं में महिलाओं की भागीदारी कम 29.2 प्रतिशत हो गई है।
  • महिलाओं की अनुमानित अर्जित आय 2.2 प्रतिशत है, जबकि पुरुषों की अनुमानित आय 10.8 है, जो महिलाओं की अनुमानित आर्जित आय से लगभग पांच गुणा है।

शैक्षणिक उपार्जन

  • इस उप-सूचकांक में, प्राथमिक, द्वितीयक तथा तृतीयक शिक्षा में समानता को प्राप्त करते हुए 96.2 प्रतिशत तक लैंगिक समानता प्राप्त कर ली गई है।
  • वर्तमान में भी साक्षरता के मामले में लैंगिक अंतराल बना हुआ है। 17.6 प्रतिशत पुरुषों की तुलना में 34.2 प्रतिशत महिलाएं निरक्षर है।

स्वास्थ्य तथा उत्तरजीविता

  • चार में से एक महिला अपने सम्पूर्ण जीवनकाल में गंभीर हिंसा का सामना करती है।
  • भारत पांच सबसे खराब प्रदर्शकों में शामिल है।
  • जन्म के समय लिंगानुपात में व्यापक अंतर लैंगिकता आधारित लिंग-चयनात्मक प्रथाओं की उच्च घटनाओं के कारण होता है।

राजनीतिक सशक्तीकरण

  • महिलाओं का राजनीतिक भागीदारी में कमी बनी हुई है। महिला मंत्रियों की संख्या में वर्ष 2019 की (23.1 प्रतिशत) की तुलना में वर्ष 2021 में (9.1 प्रतिशत) कमी आई है।
  • संसद में महिलाओं की हिस्सेदारी लगभग 14 प्रतिशत पर स्थिर बनी हुई है।


वैश्विक लैंगिक अंतराल रिपोर्ट तथा विश्व आर्थिक मंच के विषय में

  • आर्थिक मंच के विज्षय में वैश्विक लैंगिक अंतराल रिपोर्ट विश्व आर्थिक मंच द्वारा सर्वप्रथम वर्ष 2006 में प्रकाशित किया गया था।
  • यह सूचकांक लैंगिकता आधारित विषमताओं की तीव्रता का पता लगाने और समयानुसार उनमें हुई प्रगति की निगरानी हेतु एक फ्रेमवर्क है। इस सूचकांक के तहत देशों को उनके प्रदर्शन के आधार पर 0 से 1 के मध्य स्कोर प्रदान किया जाता है।
  • इसमें 1 का अर्थ पूर्ण लैंगिक समानता तथा 0 का अर्थ पूर्ण लैंगिक असमानता है।

विश्व आर्थिक मंच (WEF)

  • विश्व आर्थिक मंच की स्थापना वर्ष 1971 में एक गैर-लाभकारी फाउंडेशन के रूप में की गई थी। इसका मुख्यालय स्विट्जरलैंड के जिनेवा में स्थित है।
  • यह सार्वजनिक-निजी सहयोग के लिए समर्पित एक अंतरराष्ट्रीय संगठन है। यह वैश्विक, क्षेत्रीय तथा औद्योगिक एजेंडा को आकार प्रदान करने के लिए प्रमुख राजनीतिक, व्यावसायिक तथा समाज के अन्य अग्रणी नेतृत्वकर्ताओं को एकजुट करता है।