क्रिप्टोकरेंसी इंडेक्स

हाल ही में सुपरएप क्रिप्टोवायर ने भारत के पहले क्रिप्टोकरेंसी इंडेक्स, IC15 (IC15 CRYPTOCURRENCY INDEX) का शुभारंभ किया। यह बाजार पूंजीकरण द्वारा प्रमुख क्रिप्टो एक्सचेंजों पर सूचीबद्ध सर्वाधिक व्यापक रूप से कारोबार वाली 15 क्रिप्टोकरेंसी के प्रदर्शन को मापेगा।

उद्देश्यः क्रिप्टोकरेंसी और ब्लॉकचेन पारितंत्र के बारे में जागरूकता व ज्ञान बढ़ाना तथा निवेशकों की वर्चुअल कॉइन ट्रेडिंग के संदर्भ में समझ विकसित करने में मदद करना है।

  • सूचकांक में शामिल की जाने वाली क्रिप्टोकरेंसी का चयन डोमेन विशेषज्ञों, उद्योग व्यावसायियों और शिक्षाविदों को शामिल करके गठित की गई ‘इंडेक्स गवर्नेंस कमेटी’ (IGC) करेगी।
  • 1 जनवरी, 2022 तक, इस सूचकांक में बिटकॉइन, एथेरियम, बिनेंस कॉइन और सोलाना को शीर्ष चार क्रिप्टोकरेंसी के रूप में शामिल किया गया है।

अन्य तथ्य

  • बॉण्ड यील्डः हाल ही में भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने सरकारी प्रतिभूति अधिग्रहण कार्यक्रम (G-SAP) के तहत सरकारी प्रतिभूतियों (G-Sec) की खरीद का निर्णय लिया है जिसके परिणामस्वरूप बेंचमार्क पर यील्ड के 10-वर्षीय बॉण्ड में 6% से कम की गिरावट दर्ज की गई।
  • भारत में, 10-वर्षीय सरकारी प्रतिभूतियों की यील्ड को बेंचमार्क माना जाता है, जो समग्र ब्याज दर के परिदृश्य को दर्शाता है।
  • बॉण्ड यील्ड का आशय बॉण्ड पर मिलने वाले रिटर्न से होता है। बॉण्ड यील्ड की गणना करने के लिये वार्षिक कूपन दर को बॉण्ड के वर्तमान बाजार मूल्य से विभाजित किया जाता है।
  • बॉण्डः यह धन उधार लेने का एक साधन है। एक देश की सरकार या एक कंपनी द्वारा धन का सृजन करने के लिये एक बॉण्ड जारी किया जा सकता है।
  • निर्धारित ब्याज दर या कूपन दरः यह बॉण्ड के अंकित मूल्य पर बॉण्ड जारीकर्त्ता द्वारा निर्धारित ब्याज की दर है।
  • बॉण्ड यील्ड के गतिशील होने के सामान्य प्रभाव बॉण्ड यील्ड की गतिशीलता सामान्यतः ब्याज दरों के रुझान पर निर्भर करती है, जिसके परिणामस्वरूप निवेशकों को पूंजीगत लाभ या हानि हो सकता है।
  • नेगेटिव यील्ड बॉण्डः यह एक ऐसे ऋण साधन हैं, जो निवेशक को बॉण्ड की खरीद मूल्य से कम परिपक्वता राशि का भुगतान करने की पेशकश करते हैं। निगेटिव-यील्ड बॉन्ड वे ऋण प्रपत्र है, जो निवेशक को बॉन्ड की परिपक्वता अवधि पर अंकित मूल्य से कम राशि का भुगतान करने की पेशकश करते हैं। ये सामान्यतः केंद्रीय बैंक या सरकार द्वारा जारी किये जाते हैं तथा निवेशक व उधारकर्ता को उसकी धनराशि के एवज में ब्याज अदा करते हैं। निगेटिव-यील्ड बॉन्ड तनाव और अनिश्चितता के समय निवेश को आकर्षित करते हैं, जो निवेशकों को उनकी पूंजी के क्षरण से बचाने के लिये महत्त्वपूर्ण है।
  • ऋण पत्रः ऋण राशि की एक इकाई होती है। जब भी कंपनी जन साधारण से ऋण जुटाना चाहती है, तो ऋणपत्र जारी करती है। जिस व्यक्ति के पास ऋणपत्र होते हैं वह ऋणपत्रधारी कहलाता है।