जनवरी 2020 को केंद्रीय गृह मंत्री की उपस्थिति में 50 वर्षों से चले आ रहे बोडो समस्या के समाधान के लिये बोडो संगठनों के साथ समझौता किया गया।
समझौते के प्रमुख विशेषता
समझौते से संविधान में छठी अनुसूची के अनुच्छेद 14 के तहत एक आयोग गठन करने का प्रस्ताव है जो बहुसंख्यक गैर-आदिवासी आबादी कि बीटीएडी (बोडोलैंड टेरिटेरियल एरिया डिस्ट्रिक्ट) से सटे गांवों को शामिल करने और बहुसंख्यक आदिवासी आबादी की जांच करने का काम करेगा।