यदि भारत इसका सदस्य देश बनता है तो भारत इसके जरिये पाकिस्तान को काउंटर कर सकता है। इसके अलावा भारत चीन पर भी इसके जरिये दबाव बना सकता है। ये दबाव OIC देशों द्वारा पहले पाकिस्तान और फिर चीन पर भी बनाया जा सकता है।
यह संगठन वैश्विक राजनीति पर अपना प्रभाव रखता है। इसके सभी सदस्य देश मिलकर फैसला लेते हैं और पूरा संगठन उस फैसले पर खड़ा रहता है। सदस्यता के पश्चात भारत इस निर्णय पर अपना प्रभाव दाल सकता है।
परन्तु भारत IOC के भारत विरोधी नजरिये के कारण हालिया समय में भारत इस संगठन में भागीदारी का इच्छुक नहीं रहा है और अभी भी यह स्पष्ट नहीं हुआ है कि भारतीय नेतृत्त्व इस संगठन में अपनी भावी भूमिका को लेकर क्या सोच रहा है।