यह योजना 25 सितंबर, 2017 को पंडित दीन दयाल उपाध्याय के जन्म शताब्दी समारोह के अवसर पर शुरू की गई थी। इस योजना का लक्ष्य देश भर में प्रत्येक घर को बिजली कनेक्शन प्रदान करके 2019 तक सभी के लिए 24×7 बिजली उपलब्ध कराना है।
सौभाग्य का उद्देश्य विद्युतीकरण से वंचित घरों को कनेक्टिविटी और बिजली कनेक्शन प्रदान कर, सभी को ऊर्जा तक पहुंच सुनिश्चित करना है।
भारत ने दिसंबर 2018 तक 25 राज्यों में सौ प्रतिशत विद्युतीकरण का लक्ष्य हासिल कर लिया है। असम, राजस्थान, मेघालय और छत्तीसगढ़ के लगभग 10-48 लाख घरों का विद्युतीकरण होना बाकी है। चुनाव और माओवादी समस्याओं के कारण इन राज्यों के विद्युतीकरण में देरी हुई, लेकिन वास्तविक लक्ष्य अभी तक (जनवरी 2020 तक) प्राप्त नहीं हुआ है।