नवीन और नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय ने 2018 में राष्ट्रीय पवन-सौर हाइब्रिड नीति जारी की है, जिसका उद्देश्य नई परियोजनाओं के साथ-साथ मौजूदा बिजली उत्पादन संयंत्रों के संकरण को बढ़ावा देकर नवीकरणीय बिजली उत्पादन को बढ़ावा देना है। यह नीति पारेषण बुनियादी ढांचे और भूमि के वैकल्पिक और कुशल उपयोग के माध्यम से ग्रिड से जुड़े बड़े पवन-सौर फोटोवोल्टिक (पीवी) संकर प्रणाली को बढ़ावा देने के लिए एक व्यापक ढांचे का प्रावधान करती है, जिससे नवीकरणीय बिजली उत्पादन में परिवर्तनशीलता कम हो जाती है और बेहतर ग्रिड स्थिरता प्राप्त होती है।