सिंगल-ब्रांड रिटेल ट्रेडिंगः भारत सरकार ने एफडीआई पर मौजूदा नीति की समीक्षा कर निर्णय लिया है कि सरकार के अनुमोदन मार्ग के तहत 100% तक का एफडीआई, सिंगल-ब्रांड प्रोडक्ट रिटेल ट्रेडिंग में अनुमति दी जाएगी।
निम्नलिखित गतिविधियों के लिए ट्रेडिंग कंपनियों के मामले में 100% FDI की अनुमति हैः
निर्यात
निष्कर्ष
हाल ही में इमर्जिंग मार्केट प्राइवेट इक्विटी एसोसिएशन (ईएमपीईए) द्वारा किए गए हालिया बाजार के आकर्षण सर्वेक्षण के अनुसार, आने वाले 12 महीनों के लिए भारत वैश्विक भागीदारों (जीपी) के निवेश के लिए सबसे आकर्षक उभरता हुआ बाजार बन गया है। न्ठै की एक रिपोर्ट के अनुसार अगले पांच वर्षों में देश में वार्षिक एफडीआई प्रवाह 75 बिलियन अमेरिकी डॉलर तक बढ़ने का अनुमान है। भारत सरकार अगले दो वर्षों में 100 बिलियन अमेरिकी डॉलर का एफडीआई प्राप्त करने का लक्ष्य लेकर चल रही है। ऐसे में इसका भविष्य उज्ज्वल लगता है।