जलवायु परिवर्तन प्रदर्शन सूचकांक

भारत पहली बार वर्ष 2019 के जलवायु परिवर्तन प्रदर्शन सूचकांक (सीसीपीआई) में शीर्ष दस देशों में शामिल हुआ है। यह भारत के कार्बन उत्सर्जन से उबरने हेतु किए गए प्रयासों का ही परिणाम है। स्पेन की राजधानी मैड्रिड में कॉप 25 जलवायु परिवर्तन सम्मेलन में 10 दिसंबर, 2019 को सीसीपीआई रिपोर्ट जारी की गई।

प्रमुख तथ्य

भारत मैड्रिड में जारी सूचकांक में 9वें स्थान पर है। इस सूचकांक में स्वीडन चौथे स्थान पर और डेनमार्क पांचवें स्थान पर है।

  • चीन ने सूचकांक में अपनी रैंकिंग में मामूली सुधार करते हुए 30वां स्थान हासिल किया है। इस सूची में ब्रिटेन को 7वें स्थान पर रखा गया है।
  • ये रैंकिंग 14 मानकों के आधार पर तैयार की गई है, जिन्हें चार श्रेणियों में बांटा गया है। हालांकि कोई भी देश सभी मानकों पर 100 प्रतिशत खरा नहीं उतर सका, इसलिए इस सूची में पहले तीन स्थान खाली हैं।
  • रिपोर्ट के अनुसार नए जलवायु परिवर्तन प्रदर्शन सूचकांक से कोयले की खपत में कमी समेत उत्सर्जन में वैश्विक बदलाव के संकेत दिखाई देते हैं।

सीसीपीआई

  • जलवायु परिवर्तन प्रदर्शन सूचकांक (सीसीपीआई) अंतरराष्ट्रीय जलवायु राजनीति के बारे में स्पष्ट समझ विकसित करने तथा पारदर्शिता बढ़ाने हेतु बनाया गया एक अहम उपकरण है।
  • इसका मुख्य उद्देश्य उन देशों पर राजनीतिक एवं सामाजिक दबाव बढ़ाना है, जो अब तक जलवायु संरक्षण पर महत्त्वाकांक्षी कार्रवाई करने में विफल रहे हैं।