भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना ने सितंबर, 2018 को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए मैत्री पाइपलाइन प्रोजेक्ट का उद्घाटन किया। इसके तहत दोनों देश अब डीजल ट्रेनों के बजाय पाइपलाइन के जरिए‑ ट्रांसपोर्ट करेंगे। 130 किमी लंबी पाइपलाइन पश्चिम बंगाल के सिलिगुड़ी से बांग्लादेश के परबातीपुर तक जा रही है।
दोनों देशों के बीच पाइपलाइन बिछाने का समझौता इसी साल अप्रैल में विदेश सचिव के ढाका दौरे के दौरान हुआ था। इसे कुल 346 करोड़ रुपए के खर्च से बनाया जा रहा है। प्रोजेक्ट पूरा होने में करीब 30 महीने लगेंगे। इससे हर साल 10 लाख मीट्रिक टन तेल ट्रांसपोर्ट किया जा सकेगा। पाइपलाइन का 6 किमी हिस्सा भारत में रहेगा। इसे असम की नुमालीगढ़ रिफाइनरी लिमिटेड पूरा करेगी। जबकि बांग्लादेश का 124 किलोमीटर हिस्सा बांग्लादेश पेट्रोलियम कॉरपोरेशन द्वारा किया जाएगा।