कारोबार सुगमता सूचकांक

विश्व बैंक की ‘कारोबार सुगमता सूचकांक’ रैंकिंग में 23 अंकों की छलांग लगाते हुए भारत 77वें पायदान पर पहुंच गया है। साल 2017 में भारत 100वें स्थान पर था।

मुख्य बिंदु

  • कारोबार सुगमता रैंकिंग में न्यूजीलैंड शीर्ष पर है। उसके बाद क्रमशः सिंगापुर, डेनमार्क और हांगकांग हैं।
  • सूची में अमेरिका आठवें स्थान पर है। विश्व बैंक ने इस मामले में सबसे अधिक सुधार करने वाली अर्थव्यवस्थाओं में भारत को दसवें स्थान पर रखा है।
  • भारत 10 संकेतकों में से 6 संकेतकों से जुड़ी अपनी रैंकिंग को बेहतर करने में कामयाब रहा, और इसके साथ ही वह 10 संकेतकों में से 7 संकेतकों पर वैश्विक सर्वोत्तम कारोबारी तौर-तरीकों के और करीब पहुंच गया है।

छः मामलों में अच्छे प्रदर्शन

2018-19 में रैंक

2017-18 में रैंक

परिवर्तन

बिजनेस की शुरुआत

137

156

+19

निर्माण परमिट

52

181

+129

बिजली की उपलब्धता

24

29

+5

कर्ज की उपलब्धता

22

29

$7

सीमा पार कारोबार

80

146

+66

अनुबंधों पर अमल

163

164

+1

स्रोत-पीआईबी

आंकलन का आधार

‘कारोबार सुगमता आंकलन’ से उन 10 पैमानों पर 190 देशों में व्यवसाय या बिजनेस संबंधी नियम-कायदों और उन पर अमल के वस्तुनिष्ठ लक्ष्यों के बारे में पता चलता है, जो किसी भी व्यवसाय के समूचे कारोबारी चक्र पर असर डालते हैं।

आंकलन में देशों की रैंकिंग ‘डिस्टैंस टू फ्रंटियर’ (Distance To Frontier-DTF) के आधार पर की जाती है, जो एक विशिष्ट स्कोर है।

भारत का DTF स्कोर पिछले वर्ष के 60.76 से बढ़कर इस वर्ष 67.23 हो गया है।

10 पैमाने

  • बिजनेस की शुरुआत
  • निर्माण परमिट
  • बिजली की उपलब्धता
  • कर्ज की उपलब्धता
  • सीमा पार कारोबार
  • अनुबंधों पर अमल
  • संपत्ति पंजीकरण
  • निवेशकों की सुरक्षा
  • सीमापार व्यापार
  • कर भुगतान