अंतर्राष्ट्रीय प्रयास
एफएटीएफः मनी लॉन्ड्रिंग के खिलाफ फाइनांशियल एक्शन टास्क फोर्स-जी 7 देशों द्वारा 1989 में गठित मनी लॉन्ड्रिंग के खिलाफ फाइनांशियल एक्शन टास्क फोर्स (एफएटीएफ) एक अंतर सरकारी निकाय है जिसका उद्देश्य मनी लॉन्ड्रिंग का मुकाबला करने के लिए एक अंतर्राष्ट्रीय प्रक्रिया विकसित करना और इसे बढ़ावा देना है। अक्टूबर 2001 में एफएटीएफ ने अपने मिशन का विस्तार कर इसमें आतंकवाद के वित्तपोषण के खिलाफ लड़ाई को शामिल किया। एफएटीएफ एक नीति-निर्धारक निकाय है जो राष्ट्रीय कानून और विनिमायक एएमएल और सीएफटी सुधारों को हासिल करने के लिए कानूनी, वित्तीय और कानून प्रवर्तन विशेषज्ञों को एक साथ लेकर आता है।
एगमोंट और एशिया-प्रशांत समूह धन शोधन से निपटने के लिए तथा अतंकवाद के वित्पोषण को रोंकने व अन्य संगठित अपराधों से लड़ने के लिए एगमोंट, वित्तीय खुफिया ईकाईयों (Financial Intelligence Unit) के बीच संवाद एवं संचार को प्रात्साहित करने के लिए प्रयासरत एक नेटवर्क है। एशिया प्रशांत समूह आतंकवाद के वित्तपोषण तथा धन-शोधन के तौर-तरीकों का अध्ययन करता है। यह एक स्वैच्छिक, स्वायत्त, सहकारी निकाय है। |
वर्तमान में इसकी सदस्यता में 34 देश और प्रदेश तथा दो क्षेत्रीय संगठन शामिल हैं। इसके अलावा, एफएटीएफ कई अंतरराष्ट्रीय निकायों और संगठनों के सहयोग से काम करता है। एफएटीएफ के साथ इन संस्थाओं का दर्जा पर्यवेक्षक का है जो उन्हें मतदान का अधिकार तो नहीं देता है लेकिन पूर्ण सत्रें और कार्यकारी समूहों में संपूर्ण भागीदारी की अनुमति देता है।
एफएटीएफ ने काले धन पर 40 सिफारिशें और आतंकवादी वित्तपोषण के संबंध में 9 विशेष अनुशंसाएं तैयार की हैं। एफएटीएफ प्रकाशित रिपोर्टो में इन सिफारिशों के खिलाफ प्रत्येक सदस्य देश का मूल्यांकन करता है। जिन देशों को उन सिफारिशों का समुचित रूप से अनुपालन नहीं करते हुए देखा जाता है उन पर वित्तीय प्रतिबंध लगाए जा सकते हैं।