भारत में "पंचायती राज" की स्थापना के उद्देश्य से ही भारत सरकार ने बलवंतराय मेहता की अध्यक्षता में एक समिति की नियुक्ति की थी।इस समिति ने भारतीय लोकतंत्र की सफलता के लिए लोकतंत्र की इमारत को मजबूत करने की आवश्यकता पर बल दिया। इस समित्तिका गठन केंद्र सरकार द्वारा जनवरी 1957 में किया गया और इस समित्तिने अपनी रिपोर्ट नवंबर 1957 में सौंपी। इसके लिए उसने प्रजातांत्रिक विकेंद्रीकरण के सिद्धांत को लागू करने की सिफारिश की। इस समिति ने निम्नलिखित सुझाव दिए -
ग्राम पंचायत के आय के स्रोत
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