'कावेरी' इंजन परियोजना


सुरक्षा पर कैबिनेट समिति ने 1989 में एयरक्राफ्ट से संबंधित स्वदेशी 'कावेरी इंजन परियोजना' को मंजूरी दी थी।

  • 2035.56 करोड़ रुपये के खर्च के साथ 30 साल तक चली इस परियोजना में नौ पूर्ण प्रोटोटाइप इंजन और चार कोर इंजन का विकास किया गया।
  • कुल 3217 घंटे का इंजन परीक्षण किया गया और इंजन ने ऊंचाई परीक्षण और फ्लाइंग टेस्ट बेड (एफटीबी) परीक्षण भी पूरा किया है।
  • पहली बार स्वदेश में विकसित सैन्य गैस टरबाइन इंजन का उड़ान परीक्षण किया गया।
  • कावेरी इंजन परियोजना ने कई महत्वपूर्ण प्रौद्योगिकी डोमेन में उच्च प्रौद्योगिकी तत्परता स्तर (higher Technology Readiness Level) हासिल किया है और उन प्रौद्योगिकियों का उपयोग देश के विभिन्न इंजन विकास कार्यक्रमों में किया जा रहा है।