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दोहरा टाइम जोन
प्रश्नः क्या सरकार ने दिल्ली स्थित सीएसआईआर राष्ट्रीय भौतिक प्रयोगशाला (एनपीएल) में वैज्ञानिकों द्वारा लाए गए एक वैज्ञानिक पत्र का संज्ञान लिया है, जो भारत के लिए दो टाइम जोन होने की व्यवहार्यता के बारे में है, क्योंकि इससे सभी उत्तर-पूर्वी राज्यों में उत्पादकता में वृद्धि होगी तथा यदि हां, तो तत्संबंधी ब्यौरा क्या है?
(मनीष तिवारी द्वारा लोकसभा में पूछे गये अतारांकित प्रश्न)
- स्वास्थ्य तथा परिवार कल्याण मंत्री, विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्री तथा पृथ्वी विज्ञान मंत्री डॉ. हर्षवर्द्धन द्वारा दिया गया उत्तरः वैज्ञानिक तथा औद्योगिक अनुसंधान परिषद (सीएसआईआर) - राष्ट्रीय भौतिक प्रयोगशाला (एनपीएल) ने बिजली की बचत आदि का संदर्भ देते हुए अन्य बातों के साथ-साथ इस विषय पर कतिपय रिपोर्टें विज्ञान पत्र-पत्रिकाओं में प्रकाशित की हैं।
- इस विषय का परीक्षण विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग के सचिव, सीएसआईआर - एनपीएल के निदेशक और त्रिपुरा सरकार के मुख्य सचिव वाली उच्च स्तरीय समिति (एचसीएल) द्वारा किया गया था। इस समिति ने इस विषय पर विचार करने के उपरांत, रणनीतिक कारणों की दृष्टि से भारत के लिए दो टाइम जोन न होने की संस्तुति की।
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