Question : सूचना प्रौद्योगिकी केन्द्रों के रूप में नगरों की समृद्धि में रोजगार के नये मार्ग खोल दिये हैं। परन्तु साथ में नई समस्याएं भी पैदा कर दी है? उदाहरण सहित कथन की पुष्टि करें।
Answer : उत्तरः नगरीकरण किसी भी विकासशील एवं बढ़ती देश की आर्थिक अर्थव्यवस्था का अभिन्न हिस्सा रहा है।
इन तमाम लाभों के बावजूद ये शहर नई-नई समस्याओं का जरिया बनते जा रहे हैं। ये समस्याएं निम्न हैं-
Question : प्रगति (PRAGATI) से आप क्या समझते हैं? इसकी विशेषताओं पर चर्चा कीजिए।
Answer : उत्तरः प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बहुउद्देशीय और मल्टी मॉडल प्लेटफार्म, प्रगति का शुभारंभ 25 मार्च, 2015 को किया। इससे लोगों की शिकायतों के समाधान तथा केंद्र एवं राज्यों की प्रमुख योजनाओं और परियोजनाओं की निगरानी तथा समीक्षा करने में मदद मिलेगी।
प्रगति एप्लीकेशन की प्रमुख विशेषताएं निम्न हैं-
Question : पूर्व में दूरसंचार से जुड़ी समस्याओं के प्रकाश में उत्तर-पूर्व के लिए हाल ही में शुरू की गयी व्यापक दूरसंचार सूचना तकनीक योजना की चर्चा कीजिए।
Answer : उत्तरः उत्तर-पूर्व क्षेत्र में दूरसंचार क्षेत्र से जुड़ी सेवाओं से सम्बन्धित समस्याओं में कमजोर टेली घनत्व एवं गुणवत्ता की कमी प्रमुख चुनौतियों की ओर प्रतिबिंबित करती है। वर्तमान समय में उत्तर-पूर्व क्षेत्र में अन्य राज्यों से आने वाले प्रीपेड ग्राहकों के लिए सुरक्षा कारणों से राष्ट्रीय रोमिंग सुविधा की उपलब्धता नहीं है।
इस प्रकार, इस परियोजना में शामिल हैः
Question : डेंगू जैसी महामारी एवं थैलीसीमिया जैसे अनुवांशिकीय विकार के इलाज के दौरान रक्त की कमी हाल में देखी गयी है। उपरोक्त कथन के संदर्भ में सरकार द्वारा हाल ही में राष्ट्रीय रक्त नीति में अपनाए गए बदलावों की व्याख्या करें। रक्त बैंकों में रक्त की उपलब्धता में सुधार हेतु अपनाए जाने वाले कुछ कदमों का सुझाव दें।
Answer : उत्तरः भारतीय उष्ण कटिबंधीय जलवायुवीय क्षेत्र में आता है जो कि विभिन्न रोगों के लिए अनुकूल माहौल प्रदान करती है। इसी कारण भारत में डेंगू, मलेरिया आदि महामारी की भांति रोग फैलते हैं वहीं भारत में अनुवांशिकीय विकार में थैलीसीमिया अधिकांश रूप में पायी जाती है।
सुझाव
Question : भारत में हाल में चिकित्सा पर्यटन एक वृद्धिमान उद्योग के रूप में बन गया है। हालांकि इस उद्योग को अपने नतीजों केा अनुकूलित करने में विभिन्न चुनौतियों का सामना करना है। इस कथन के प्रकाश में चिकित्सा पर्यटन की संकल्पना पर चर्चा करें।
Answer : उत्तरः भारतीय पर्यटन एवं संस्कृति मंत्रालय की वार्षिक रिपोर्ट के अनुसार 2013-2014 एवं 2014-15 में क्रमशः 12% एवं 17% की वृद्धि केवल और केवल ऐसे पर्यटकों में हुई है जो भारत में चिकित्सा कराने के उद्देश्य से आए जो कि इस क्षेत्र के एक वृद्धिमान उद्योग के रूप में विकसित होने की ओर संकेत करता रहा है।
चिकित्सा पर्यटन बढ़ने का कारण
चुनौतियां
Question : ट्रांसस्पैसिफिक साझेदारी (TPP) तथा क्षेत्रीय समग्र आर्थिक साझेदारी (RCEP) के भिन्न प्राचलों (पैरामीटर) के बीच भेद बताइये। क्या यह भी शीतयुद्ध के पुर्नजीवन का एक अंग है? चर्चा करें।
Answer : उत्तरः आज पूरे विश्व में लगभग 70 ऐसे अनुबंध हैं जो निःशुल्क व्यापार समझौतों की श्रेणी में आते हैं। जिन पर अभी वार्ताएं चल रही हैं। इस प्रकार के समझौते एशिया-प्रशांत क्षेत्र में भी सम्पन्न किए जाते रहे हैं। इसी प्रकार के समझौतों में ट्रांसपैसिफिक साझेदारी तथा क्षेत्रीय समग्र आर्थिक साझेदारी को भी गिना जाता है।
Question : फेक न्यूज से आप क्या समझते हैं? भारतीय संदर्भ में इससे संबंधित चुनौतियों की चर्चा करें। इसके निराकरण हेतु तकनीकी पहलों के साथ-साथ भारत में इनके अपनाये जाने के मार्ग में अवरोध क्या हो सकते हैं? टिप्पणी करें।
Answer : उत्तरः फेक न्यूज की श्रेणी में उन समाचारों तथा स्टोरिज को को रखा जाता है, जो झूठी तथा मानगढ़ंत होती हैं। मूलतः इनका प्रसार फेसबुक, वाट्सएप, ट्विटर ब्लॉग, वेबसाइट तथा ऐसे ही अन्य मीडिया प्लेटफॉर्मों के जरिये होता है।
भारतीय संदर्भ में चुनौतियां
समाधान के संदर्भ में तकनीकी पहल
तकनीक अपनाने बाधा एवं सावधानियां
Question : डिजिटल इण्डिया को वास्तविकता में परिणत करने के लिए जिन तृणमूल स्तर के प्रश्नों के उत्तर दिए जाने की आवश्यकता है, उन पर प्रकाश डालें।
Answer : उत्तरः डिजिटल भारत कार्यक्रम का मुख्य लक्ष्य 2.5 लाख गांवों को ब्रॉडबैंड (Internet) संचार के माध्यम से जोड़ना है जिससे ई-शासन प्रणाली, व्यापार एवं अभियंत्रण जैसे क्षेत्रों को बढ़ावा मिल सके। इसके अंतर्गत ई-शिक्षा, ई-स्वास्थ्य, ई-न्याय, ई-कृषि, ग्रामीण इलाकों में रहने वाले लोगों को सूचना प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में रोजगार के लिए प्रशिक्षण इत्यादि शामिल है।
सफलता में चुनौती
Question : एंटी ऑक्सिडेंट क्या होते है? एंटी-आक्सिडेंट के स्वास्थ्य पर संभावित लाभ क्या है?
Answer : उत्तरः एंटी आक्सीडेंट एक कण है जो अन्य कणों के ऑक्सीकरण को रोकता है। एंटी ऑक्सीडेंट ऐसे मिश्रण होते हैं, जो आक्सीजन मुक्त मूल तत्वों निष्क्रिय बनाते हैं और, इस तरह वे कोशिकाओं ओर शारीरिक ऊतकों को होने वाली ऑक्सिडेंटिव क्षति को रोकते हैं।
स्वास्थ्य पर लाभ
Question : सीमांत व छोटे किसान आधुनिक प्रौद्योगिकी को अपनाने में समस्याओं का सामना कर रहे हैं, चर्चा कीजिए।
Answer : उत्तरः भारत एक कृषि प्रधान देश है जहां की लगभग 52 प्रतिशत जनसंख्या आज भी कृषि या उससे संबंधित कार्यों में सलंग्न हैं, परन्तु कृषि क्षेत्र का भारत के सकल घरेलू उत्पाद के मात्र 13.7 प्रतिशत का ही योगदान है।
भारत में सीमान्त (1 हेक्टेयर से कम) तथा छोटे (2 हेक्टेयर से कम) किसानों की भरमार है जो गरीबी तथा अशिक्षा की वजह से कृषि की आधुनिक प्रौद्योगिकी नहीं अपना पा रहे हैं व निरन्तर गरीबी के दुष्चक्र में जीवन गुजारने के लिए बाध्य हैं।
भारतीय सीमांत तथा लघु किसानों के आधुनिक प्रौद्योगिकी को अपनाने में निम्न समस्याएं हैं-
Question : भारतीय पुलिस बल को अधिक-से-अधिक सोशल नेटवर्किंग साइटों का प्रयोग करना चाहिए और आम लोगों के साथ निरंतर संचार के माध्यम से जुड़ना चाहिए। यह किस प्रकार संभव है और इसके क्या लाभ हैं?
Answer : उत्तरः भारतीय समाज में सोशल मीडिया का दायरा अब काफी बढ़ चुका है। इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि अकेले फेसबुक पर सात करोड़ से अधिक भारतीय सक्रिय हैं। अन्ना हजारे का जनलोकपाल आन्दोलन हो या दिल्ली रेप कांड या मुंबई में हुआ तेजाब हमला - इन सभी मामलों में जनता ने बढ़ चढ़ कर सोशल मीडिया के जरिए भूमिका निभाई।
Question : शहरी महानगरों की सुरक्षा के लिए ‘ड्रोन’ को पुलिस के साथ भागीदार बनाया जाना चाहिए। क्या आप सहमत हैं?
Answer : उत्तरः शहरों की निरंतर बढ़ती आबादी ने बहुत तेजी से अपराधों को जन्म दिया है और इन बदलते अपराध प्रारूपों से निपटने में भारतीय पुलिस अनेक बार अत्याधुनिक उपकरणों की कमी की वजह से बेबस नजर आई हैं। परंतु अब लगता है पुलिस को भी सरकार सेना की तरह अत्याधुनिक हथियारों से लैस करना चाहती है ताकि महानगरों में लोग अमन से जी सके इसलिए आजकल एके-47 राइफल के साथ-साथ ड्रोन भी उपयोग में लाया जा रहा है।
Question : बिग डाटा से आप क्या समझते हैं। नीति निर्माण में इसकी क्या भूमिका है?
Answer : उत्तरः बिग डाटा से तात्पर्य डाटा की बहुत अधिक मात्रा, उसके निरंतर प्रवाह तथा उसकी प्रोसेसिंग तकनीक से है। एक दशक पहले तक 1000 टेराबाइट बिग डाटा माना जाता था, परन्तु अब इसकी कोटि पेंटाबाइट तथा हेक्साबाइट तक पहुंच गई है। बिग डाटा के अंतर्गत टेक्स्ट, इमेज, ऑडियो, वीडियो आदि विभिन्न तरह के डाटा हो सकते हैं। इस तरह की विविधता बिग डाटा का एक प्रमुख गुण है।
Question : ‘क्लिनिकल ट्रायल’ भारतीय दवा कंपनियों के लिए सोने की नई खान की तरह है। गैर-शोषक बनाने में इसका किस प्रकार उपयोग किया जा सकता है?
Answer : उत्तरः क्लिनिकल ट्रायल चिकित्सा की प्रक्रियाओं और दवाओं की सुरक्षा और प्रभावशीलता का मूल्यांकन के लिए अनुसंधान अध्ययन किया जाता है। चिकित्सा, उपकरण या कोई नई प्रक्रिया किसी के लिए भी एक क्लिनिकल ट्रायल किया जा सकता है। क्लिनिकल ट्रायल रोगियों की मदद, रोग या अवस्था का प्रभावी उपचार और नए और बेहतर तरीके खोजने या अधिक प्रभावी और बेहतर सहनीय उपचार, वर्तमान उपलब्ध उपचार के एक नये प्रयोग की खोज, विशिष्ट वैज्ञानिक शंकाओं के समाधान ढूँढने के लिए किया जाता है।
Question : भारत में सरोगेसी पर व्यापक कानून बनाने की आवश्यकता है। क्या आप इससे सहमत हैं? भारत में आदर्श सरोगेसी कानून बनाने हेतु किस प्रकार के कदम उठाने चाहिए?
Answer : उत्तरः जब निःसंतान दंपत्ति के लिए उनका गर्भ कोई अन्य महिला अपनी कोख में पालती है। उसे सेरोगेट मां कहते हैं। सेरोगेसी उन सभी महिलाओं के लिए उपयुक्त है जो कि मेडिकल रूप से बच्चे को जन्म देने में असमर्थ हैं या जिनकी कोख नौ महीने तक बच्चे को नहीं संभाल सकती है। कभी-कभी गर्भाशय में कमजोरी होने, बार-बार गर्भपात होने से, आईवीएफ के असफल होने के केसों में लोग सेरोगेसी की ओर अग्रसर हो सकते हैं।
सरोगेट मां में कुछ विशेष योग्यताएं
Question : हाल ही में केंद्र सरकार द्वारा गठित एक पैनल के द्वारा पूर्वोत्तर क्षेत्र के लिए पृथक टाइम जोन की मांग को अस्वीकार कर दिया गया। परीक्षण करें।
Answer : उत्तरः भारत के व्यापक देशांतरीय विस्तार के कारण पश्चिमी एवं पूर्वी छोर (राज्यों) के बीच स्वाभाविक समयांतराल ने पूर्वोत्तर क्षेत्र के लिए पृथक टाइम जोन की मांग को अवश्यंभावी बताया है। इस प्रकार इस मांग की मूल में निम्न कारण रही है-
मांग अस्वीकार करने के कारण
समाधान के रूप में सुझाव
Question : सूचना व संचार प्रौद्योगिकी के तीव्र विकास ने व्यक्ति की निजता को प्रभावित किया है, समीक्षा कीजिए।
अथवा
सूचना व संचार तकनीक का प्रसार बनाम निजता संबंधी मुद्दे।
Answer : उत्तरः सूचना व संचार प्रौद्योगिकी के तीव्रतर विकास ने व्यक्ति के जीवन के विभिन्न पक्षों को प्रभावित किया है। सूचना व संचार तकनीक से संबंधित अंकीय अभिसरण (Digital Convergence) जैसी अवधारणाओं ने विभिन्न सुविधाओं और सेवाओं को एक बिन्दु पर लाकर व्यक्ति के जीवन को सरल व सुविधापूर्ण बनाया है, किन्तु साथ ही व्यक्ति की निजता में भी गंभीर रूप से हस्तक्षेप किया है।
Question : भारत के अंतरिक्ष कार्यक्रम का उद्देश्य मुख्यतः विकासात्मक है, अन्वेषणात्मक नहीं, किन्तु हाल के समय में भारत अंतरिक्ष अन्वेषण की दिशा में भी उन्मुख हुआ है। सोदाहरण समझाइये।
Answer : उत्तरः 1962 से आरंभ भारतीय अंतरिक्ष कार्यक्रम के अंतर्गत वर्तमान समय तक कई अतिविशिष्ट अनुसंधान तथा विकास प्रयोग किये गये हैं। भारतीय अंतरिक्ष कार्यक्रम की सबसे बड़ी विशेषता यह रही है कि इसमें संचार नेटवर्क तथा मौसम विज्ञान प्रणाली के सुदृढ़ीकरण और विषय विशिष्ट उपग्रहों के निर्माण को समान महत्व दिया गया।
Question : क्रायोजेनिक इंजन क्या है? स्वदेशी क्रायोजेनिक के विकास की वर्तमान स्थिति की समीक्षा कीजिए।
Answer : उत्तरः क्रायोजेनिक इंजन एक ऐसा इंजन है जिसमें अत्यंत निम्न ताप पर ईंधन तथा ऑक्सीकारक के संयोग से ऊर्जा उत्पन्न की जाती है। ईंधन के रूप में सामान्यतः द्रव हाइड्रोजन तथा ऑक्सीकारक के रूप में द्रव ऑक्सीजन का प्रयोग किया जाता है। क्रायोजेनिक इंजन अत्यंत जटिल तकनीक पर आधारित है, जहां ईंधन के संधारण हेतु अत्यंत न्यून तापमान की आवश्यकता होती है, वहीं ईंधन के दहन से अत्यधिक उच्च ताप उत्पन्न होती है एक ही इंजन में इतना तापान्तर बनाए रखना कठिन चुनौती होती है।
Question : चिकित्सा की आयुष प्रणाली क्या है? हाल ही में राष्ट्रीय आयुष मिशन के उद्देश्यों पर प्रकाश डालिए।
Answer : उत्तरः आयुष आयुर्वेद, योग एवं प्राकृतिक, यूनानी, सिद्धा और होम्योपैथी चिकित्सा पद्धति का सम्मिलित एवं संक्षिप्त रूप है। आयुर्वेद एक भारतीय चिकित्सा प्रणाली है।
भारतीय चिकित्सा पद्धति की सकारात्मक विशेषताएं हैं:
Question : मेटाट्रोनिक्स क्या है? इसके क्या फायदे हैं?
Answer : उत्तरः इस भूमण्डलीकरण के दौर में दिनों-दिन बढ़ती ऊर्जा की मांग विकास के लिए जिस तरह मुख्य चुनौती बनती जा रही है उसी अनुपात में ऊर्जा को प्राप्त करने के लिए ज्यादा से ज्यादा प्रभावी तकनीकों को खोजने का प्रयास जारी है। ऊर्जा को प्राप्त करने में लगी लागत को घटाते हुए, कम समय में ज्यादा बेहतर प्राप्त करने के लिए नई तकनीक है।
Question : ऑटो कम्प्यूटिंग क्या है? आज के युग में इसकी क्या उपयोगिता है?
Answer : उत्तरः आज के आधुनिक युग में बढ़ती ऊर्जा के साथ-साथ, बढ़ते काम के बोझ के कारण किसी सिस्टम को चलाना अत्यधिक खर्चीला होता जा रहा है, जिससे दूसरे कार्यों की तरफ ध्यान न दिये जाने के कारण विकासशील व अल्प-विकसित अर्थव्यवस्थाएं बड़े आर्थिक संकट से जूझ रही हैं। ऐसे में सिस्टम को चलाने में कम ऊर्जा की खपत हो और सिस्टम स्वचालित होने के कारण मैनुअल कार्य कम से कम हो, उसके लिए ऑटो कम्प्यूटिंग एक बेहतर तकनीक के रूप में उपनी भूमिका अदा कर रही है।
Question : जीन अभियांत्रिकी (Genetic Engineering) जीन थेरेपी (Gene Therapy) का आधार है।’’ कथन को स्पष्ट करते हुए इसकी वर्तमान अवस्थिति पर चर्चा कीजिए।
Answer : उत्तरः जीन अभियांत्रिकी के सहयोग से ही अनुवांशिक वाहक जीन का प्रत्यारोपण तथा कांट-छांट की जा सकती है। इसके द्वारा जेनेटिक आधार में परिवर्तन या संशोधन करके जीवों के आकार, आकृति तथा मूलभूत गुणों को बदला जा सकता है।
वर्तमान अवस्थिति
Question : ब्रेन फिंगर प्रिन्टिंग तकनीक क्या है? हाल के वर्षों में बढ़ती आतंकवादी घटनाओं को रोकने में यह किस प्रकार अपनी भूमिका निभा सकता है?
Answer : उत्तरः ‘ब्रेन प्रिन्टिंग एक तकनीक है जो किसी भी व्यक्ति के ‘ब्रेनप्रिन्ट की माप करती है।
भूमिका
Question : संश्लेषित जीनोमिक्स (synthetic Genomics) से आप क्या समझते हैं? इसके कम से कम तीन अनुप्रयोगों पर चर्चा करें। क्या इसकी कुछ सीमायें हैं, चर्चा करें?
Answer : उत्तरः विभिन्न जीवों के जीन स्तर पर अध्ययन जिसमें जीवों की समूची जीन संरचना, जीनों की श्रृंखलाबद्धता तथा जीनों की पुर्नसंरचना आदि शामिल हैं, संश्लेषित जीनोमिक्स कहलाता है। इस विद्या में जेनेटिक इंजीनियरिंग तकनीक की महत्वपूर्ण भूमिका है। वर्तमान में विश्वस्तर पर संश्लेषित जीवों का कई क्षेत्रों में व्यापक इस्तेमाल हो रहा है।
अनुप्रयोग
समस्याएं
Question : न्यूक्लियन ट्रांसफर तकनीक क्या है? इसके लाभों एवं परिसीमाओं की सूची बनाइये।
Answer : उत्तरः नाभिक स्थानान्तरण तकनीक क्लोनिंग के तहत अपनायी जाने वाली तकनीक है। इसके तहत प्रयोगशाला में किसी जीवधारी की दैहिक कोशिका (त्वचा, बाल, मांसपेशी आदि) के नाभिक को निकालकर किसी मादा के नाभिक रहित अण्डाणु में स्थानान्तरित कर देते हैं।
लाभ/अनुप्रयोग
सीमाएं
Question : बायोसेन्सर (Biosensor) से आप क्या समझते हैं? इसके अनुप्रयोगों पर चर्चा करें।
Answer : उत्तरः बायोसेन्सर इलेक्ट्रॉनिक्स एवं जैव प्रौद्योगिकी के मेल से बना एक उपकरण होता है। इस उपकरण में विविध जैविक पदार्थों (सूक्ष्मजीव, एंजाइम, एंटीबाडी, न्यूक्लिक अम्ल, ऊतक आदि) से बनी एक बायोलेयर होती है। यह बायोलेयर ट्रांसड्रयूसर से जुड़ी होती है।
अनुप्रयोग
Question : ‘थ्री पैरेन्ट’ इन विट्रो फर्टिलाईजेशन से आप क्या समझते हैं? इस तकनीक के पक्ष और विपक्ष पर चर्चा करें।
Answer : उत्तरः ‘थ्री पैरेन्ट इन विट्रो फर्टिलाजेशन’ का तात्पर्य है- इन विट्रो निषेचन प्रणाली (आईवीएफ) में और माता-पिता से सामान्य डीएनए लेने की स्थिति में एक अन्य महिला डोनर के स्वस्थ एम (माइटोकॉन्ड्रियल) डीएनए की थोड़ी मात्रा भी शामिल की जाएगी, ताकि उन माइटोकोंड्रिया को खत्म किया जा सकता है जो हमारे स्वास्थ्य के लिए हानिकारक होते हैं।
तर्क के पक्ष
विपक्ष में तर्क
Question : इसरो द्वारा क्रायोजेनिक इंजन के विकास के क्षेत्र में किए गए प्रयासों को दर्शाइए व संक्षेप में इसकी उपयोगिता भी लिखिए।
Answer : उत्तरः जीएसएलवी के तृतीय चरण के लिए अत्यधिक वेग प्राप्त करने के लिए भारत को क्रायोजेनिक इंजन की आवश्यकता है। इसरो के द्वारा इस दिशा में प्रयास, बिना किसी विदेशी सहायता के जारी है यद्यपि रूस के ग्लावकॉस्मास कंपनी द्वारा कुछ मदद थी।
Question : भारत में रेलवे परिवहन में पिछले कुछ समय में हाइस्पीड ट्रेन की विभिन्न तकनीकों के भारत में प्रयोग को लेकर बहस हो रही है तथा ऐसा माना जा रहा है इससे परिवहन क्षेत्र में सुधार आएगा एवं निजी वाहनों पर निर्भरता कम होगी। विश्वस्तर पर विभिन्न हाई स्पीड ट्रेनों की तकनीकें क्या हैं तथा क्या भारत में वर्तमान सामाजिक-आर्थिक परिदृश्य में इनकी प्रासंगिकता है?
Answer : उत्तरः भारतीय जनसंख्या का बढ़ता आधार वर्तमान परिवहन तंत्र के लिए जल्द ही अवंहनीय हो जाएगा। अगर इस क्षेत्र में जल्द ही कोई सुधार नहीं किए गए। वैसे भी भारत में सार्वजनिक परिवहन की स्थिति अन्य देशों की तुलना में दयनीय है तथा इसी कारण भारत में निजी वाहनों की संख्या दिनों-दिन बढ़ती जा रही है।
भारत में आवश्यकता और औचित्य
Question : डेटा स्थानीयकरण से आप क्या समझते हैं? भारत के संदर्भ में इसकी प्रासंगिकता पर चर्चा करें।
Answer : उत्तरः किसी देश की भौगोलिक सीमा के अंदर उत्पन्न डेटा की स्थानीय सर्वर के माध्यम से स्टोर कर भौगोलिक सीमा के बाहर जाने से रोकना डेटा स्थानीयकरण है।
भारत को आवश्यकता
भारत को लाभ
उपस्थित बाधाएं
Question : सेरोगेसी क्या है? क्या इसे व्यापक स्वीकृति मिलनी चाहिए?
Answer : उत्तरः सेरोगेसी एक ऐसी अवस्था है जिसमें कोई स्त्री अन्य दंपत्ति के संतान को जन्म देती है। इसके अंतर्गत मुख्यतः स्त्री एवं पुरुष के अण्डाणु एवं शुक्राणु को बाहर निकालकर तकनीकी पद्धति से निषेचित किया जाता है और जब इस निषेचन में जीव तैयार हो जाता है तो उसे सेरोगेट मदर के गर्भ में विकसित होने के लिए प्रत्यारोपित कर दिया जाता है। सेरोगेसी के सकारात्मक और नकारात्मक दोनों प्रभाव देखने को मिलते हैं।
सकारात्मक प्रभाव
नकारात्मक प्रभाव
Question : निम्नलिखित पर लघु टिप्पणी लिखिए।
Answer : उत्तर (a): भारतीय प्रधानमंत्री द्वारा शुरू की गई इस योजना के तहत अब निम्न स्तरीय नौकरशाही के दस्तावेज एक अलग लॉकर की तरह कम्प्यूटर प्रणाली में सहेजे जाएंगे जहां से कोई भी मंत्रालय/विभाग उन्हें बिना हार्ड कॉपी के सीधे प्राप्त कर पाएगा। इन दस्तावेजों में शिक्षा के प्रमाण पत्र, आवास तथा मेडिकल रिकॉर्ड, जन्म प्रमाण पत्र आदि शामिल होंगे।
उत्तर (b): भारत सरकार ने देवनागरी लिपि में डॉट भारत नामक नया डोमेन शुरू किया है जो 8 भाषाओं में उपलब्ध होगा। वे हैं- हिन्दी, बोडो, डोंगरी, कोंकणी, मैथिली, मराठी, नेपाली तथा सिन्धी। ये वे भाषाए हैं जो भारत के संविधान की आठवीं अनुसूची में उल्लिखित हैं। इसका उद्देश्य भारतीय भाषाओं में सूचनाओं को उपलब्ध करवाना है जिससे ई-शासन को बढ़ावा मिल सके। नेशनल इन्टरनेट एक्सचेंज ऑफ इण्डिया तथा CDAC (सेन्टर फॉर डवलपमेन्ट ऑफ एडंवास कंप्यूटिंग) द्वारा संयुक्त रूप से निर्मित यह डॉमेन com, in, net आदि लोकप्रिय डोमेनों का विकल्प होगा।
उत्तर (c): ग्रीन बस परियोजना भारत की ऐसी प्रथम एथेनोल ईंधन आधारित सार्वजनिक बस परियोजना है जिसकी शुरुआत नागपुर से की गई है। पर्यावरण हितैषी इन बसों को स्वीडिस कम्पनी स्कैनिया कॉमर्शियल वाईकल इण्डिया द्वारा बनाया गया है। यह बस 15% से लगभग 90% तक कार्बन उर्त्सजन कम कर देगी ऐसे अनुमान लगाए जा रहे हैं।
उत्तर (d): विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार वर्त्तमान इबोला वाइरस का फैलाव दिसंबर 2013 में अफ्रीका के कांगों से शुरू हुआ था जो अब लाइबेरिया, नाईजीरिया, सियरा लिओन आदि में महामारी के रूप में फैल रहा है। यह एक खतरनाक वाइरस जनित बीमारी है जो संक्रमित व्यक्ति के रक्त, मल-मूत्र, वमन आदि के सम्पर्क में आने से फैलती है। यह बीमारी असुरक्षित यौन सम्बन्ध, संक्रमित लार तथा कपड़ों से भी हो सकती है। सर्वप्रथम, यह वाइरस चमगादड़ में देखा गया था। इससे अब तक 5,500 लोगों की मौत हो चुकी है। इबोला वायरस के उपचार में बचाव के साथ-साथ वर्तमान में ZMapp दवा उपयोग में लाई जा रही है।
Question : पिछले कुछ समय में भारत के अंदर साइबर सुरक्षा उल्लंघन के मामले लगातार तीव्र गति से बढ़ रहे हैं। भारत के द्वारा इस चुनौती से निपटने हेतु क्या कदम उठाए गए हैं?
Answer : उत्तरः भारत में साइबर सेंधमारी (Cyberespionage) कोई नई बात नहीं है, किंतु वर्तमान इंटरनेट युग में यह एक बड़े खतरे के समान है। हाल की घटनाओं ने यह सिद्ध किया है कि ISIS जैसे आतंकवादी संगठन इंटरनेट के माध्यम से युवाओं को प्रभावित कर रहे हैं। साथ ही, अगर आंकड़ों की बात करें तो भारत में जहां 2013 में 5693, 2014 में 9,622, 2015 में 11,592 तथा 2016 में 12,317 मामले साइबर सुरक्षा उल्लंघन को लेकर दर्ज किए गए। यह आंकड़े सिद्ध करते हैं कि भारत में साइबर सेंधमारी की दर में तीव्रता आयी है। इसके पीछे सबसे बड़ा कारण भारत में साइबर सुरक्षा से संदर्भित एक विशेषीकृत कानून, विशेषीकृत एजेंसी का न होना है।
Question : निम्नलिखित पर लघु टिप्पणी लिखिए।
Answer : उत्तर (a): भारत द्वारा क्षेत्रीय नौवहन उपग्रह प्रणाली से संबंधित श्रृंखला का प्रमोचन 16 अक्टूबर 2014 को इसरो द्वारा श्रीहरिकोटा से किया गया। इसका वजन 1425 किग्रा था। यह एक नौवहन प्रणाली है जो भारतीय सीमा के बाहर 1500 किमी तक का क्षेत्र कवर करेगी। यह अमेरिका के GPS (Global Positioning System), रूस के Glonass तथा यूरोप के Galileo की तरह ही भारत को निम्न लाभ पहुंचाएगी-
उत्तर (b): यह विश्व में निर्मित मलेरिया का पहला टीका होगा जिसे फार्मा कम्पनी जीएस के द्वारा बनाया जा रहा हैं। यह टीका बहुत जल्द बाजार में आने की उम्मीद की जा रही है। शोध के दौरान देखा गया है कि यह टीका उपसहारा अफ्रीका में बड़े पैमाने पर सफल रहा है। एक सर्वे के तहत ये पाया गया कि सब सहारा अफ्रीका में मरने वाले 5 वर्ष से कम उम्र के 71 प्रतिशत बच्चे मलेरिया के शिकार थे। फाल्सीपेरम मलेरिया परजीवी लाल रक्तकणिकाओं को संक्रमित कर देता है जिससे बुखार, वमन आदि के लक्षण प्रकट होते हैं।
उत्तर (c): रोसेटाः यह यूरोपीय अंतरिक्ष एजेंसी द्वारा बनाया गया प्रथम ऐसा अन्तरिक्ष यान है जो धूमकेतुओं की कक्षा में जा कर अन्वेषण करेगा। धूमकेतुओं को ग्रहों के अवशेषों के रूप में जाना जाता है। यह मिशन जापान के हयाबुसा मिशन के समान है 2005 में इटोकावा नामक क्षुद्रग्रह पर उतरा तथा जहां से उसने मिट्टी के नमूने धरती पर भेजे थे।
उत्तर (d): सन् 2013 में गूगल ने विश्व के लगभग 66 प्रतिशत ग्रामीण तथा दूरस्थ क्षेत्रों में इंटरनेट पहुंचाने की दृष्टि से इस योजना को शुरू किया। इस परियोजना हेतु बड़े-बड़े एयर बलुनों (गुब्बारों) की मदद ली जाएगी जो क्षोभमण्डल में स्थापित किए जाएंगे। कम्पनी ने 40 गुब्बारों के साथ अपनी इस परियोजना को न्यूजीलैण्ड से शुरू किया है। गूगल के सीईओ सुंदर पिचाई द्वारा 16 दिसंबर 2015 को भारत में गूगल लून परियोजना शुरू करने की घोषणा की गई
Question : निम्नलिखित पर लघु टिप्पणी लिखिए।
Answer : उत्तर (a): 2007 में ब्रिटेन में इस परियोजना का शुभारंभ किया गया था। इससे जुड़े शोधकर्ता एवं वैज्ञानिक प्रतिभागियों के दिमाग दिल व हड्डियों के चित्र एकत्रित करेंगे जिससे मधुमेह, कैंसर, हृदयरोग आदि बीमारियों का अनुवांशिकता, पर्यावरण व जीवन शैली के साथ क्या संबंध हैं इस बात का पता लगाया जा सकेगा।
उत्तर (b): 30 अक्टूबर, 2014 को तत्कालीन इसरो अध्यक्ष के राधाकृष्णन ने भू-तुल्याकालिक उपग्रह प्रक्षेपण वाहन (मार्क-III) के प्रक्षेपण की घोषणा की। इसका मुख्य कार्य मिड हैवी लाँच सिस्टम को दक्षता प्रदान करना होगा। इससे 36,000 किलोमीटर तक की ऊंचाई पर 2 टन वजनी सेटेलाइट के प्रक्षेपण में मदद मिलेगी। अतः भारत की अन्य देशों पर भारी राकेटो को लाँच करने संबंधी निर्भरता खत्म हो जाएगी। इसरो अन्तरिक्ष में मानव भेजने के लिए इस महत्वपूर्ण तकनीक का उपयोग कर सकता है, क्योंकि मानव अन्तरिक्ष में भेजने के लिए हैवी लिफ्ट लांच व्हीकल जीएसएलवी मार्क-3 की जरूरत थी। दिसंबर 2014 में जीएसएलवी मार्क-3 का सफलतापूर्वक परीक्षण किया गया था। इसके बाद जून 2017 में जीएसएलवी मार्क-3 की पहली डेवलपमेंटल उड़ान सफलतापूर्वक भरी थी। जुलाई 2018 में क्रू एस्केप सिस्टम का परीक्षण सफलतापूर्वक किया गया था।
उत्तर (c): प्रकाश उत्सर्जक डायोड (LED) दो-सीसे वाला सेमीकंडक्टर प्रकाश होता है। यह एक आधारभूत पीएन-जंक्सन डायोड होता है जो सक्रिय करने पर प्रकाश का उत्सर्जन करता है। जब इसमें उपयुक्त वोल्टेज को प्रवाहित किया जाता है तब इसमें प्रयुक्त इलेक्ट्रोन्स फोटोन के रूप में प्रकाश उत्सर्जित करने लगते हैं। यह प्रभाव ‘इलेक्ट्रोल्युमिन्सेन्स’ कहलाता हैं। निम्न सर्वप्रथम यह 1962 में सामने आया था परंतु प्रारम्भिक (LED) निम्न सघनता वाली इन्फ्रारेड लाईट उत्सर्जित करते थे। इन्फ्रारेड (LED) का उपयोग आज भी उपकरणों में रिमोंट कंट्रोल के रूप में उपयोग में लाई जाती है। अब प्रयोग में लाई जा रही (LRD) दृश्य, पराबैंगनी किरणों व उच्च चमक वाली होती है।
उत्तर (d): भारत के ‘विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्रालय’ ने महिला वैज्ञानिकों के लिए इस योजना को शुरू किया है। किरन अर्थात (Knowledge Involvement Research Advancement through Nurturing) के द्वारा सरकार विज्ञान के क्षेत्र में व्याप्त लैंगिक असमानता को दूर करना चाहती है। इसके द्वारा सरकार ऐसे महिला वैज्ञानिकों को अनुदान देगी जो घरेलू कारणों की वजह से शोध तथा प्रोद्योगिकी से दूर हो रही हैं। इस योजना के तहत निम्न तीन प्रकार की महिलाओं को छात्रवृत्तियां प्रदान की जाएगी-
Question : अंतरिक्ष वेधशाला के प्रक्षेपण के द्वारा भारत ने अंतरिक्ष की दुनिया में अपना स्थान सुरक्षित कर लिया है। टिप्पणी करें।
Answer : उत्तरः एस्ट्रोसेट (ASTROSAT) इसरो के द्वारा विस्थापित बहु तरंगदैर्घ्य उपग्रह है। इसके अतिरिक्त कनाडा, इंडोनेशिया एवं अमेरिका के 6 उपग्रह भी शामिल हैं। इसका लक्ष्य तारों के अंदर ऊर्जा प्रक्रिया का पता लगाना है जिसमें न्यूट्रॉन्स एवं ब्लैक होल्स है।
Question : आज विज्ञान और प्रौद्योगिकी प्रत्येक क्षेत्र में नई ऊंचाइयों को छू रहा है और डिजाइनर बेबी जैसी नई अवधारणाएं वास्तविकता बन गई हैं। इस संदर्भ में समाज पर पड़ने वाले प्रभाव और उठने वाले नैतिक प्रश्नों की चर्चा करें
Answer : उत्तरः प्रौद्योगिकी आज के समय में समाज का एक अभिन्न अंग बन गया है। जब समाज को ये पता चलता है कि विज्ञान और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में कुछ नया विकास हुआ है, वो इसके प्रयोग के लिए उत्तेजित हो जाती है। जब भी कोई नवाचार किसी नई मुकाम को हासिल कर लेता है, ये समाज का एक हिस्सा बन जाता है।
Question : भारी पेलोड और गहन अंतरिक्ष अन्वेषण में भारत को स्थायी क्रायोजेनिक प्रौद्योगिकी की सख्त आवश्यकता है। वर्तमान संदर्भ में चर्चा करें।
Answer : उत्तरः क्रायोजेनिक राकेट इंजन में क्रायोजेनिक या ऑक्सीडाइजर ईंधन का प्रयोग किया जाता है, तो तरल रूप में बहुत ही निम्न ताप पर संग्रहित किए जाते हैं। यह एक बहुत की जटिल तकनीक होती है। क्योंकि इसमें ठोस तथा भू-ताप पर संग्रहित करने योग्य ईंधन की तुलना में तरल ईंधन का उपयोग निम्न ताप पर किया जाता है।
Question : ‘भारतीय न्यूट्रिनो वैधशाला’ की महत्ता को व्याख्यायित करें। आईएनओ के संभावित भूवैज्ञानिक, रेडियोलॉजिकल और जैविक प्रभाव क्या हैं?
Answer : उत्तर: INO के महत्व
न्यूट्रीनो के महत्व
न्यूट्रीनो हमारे वैज्ञानिक विकास के लिए बहुत महत्वपूर्ण है-
न्यूट्रीनों के प्रभाव
Question : क्या आप मानते हैं कि मानवाधिकारों की रक्षा किये बिना संरक्षित क्षेत्र नेटवर्क सफल होगा?
Answer : उत्तरः यह मुद्दा जैवविविधता पर हुई पिछली कोप (COP 7/2004) बैठक से ही महत्वपूर्ण होकर उभरा है जिसमें ‘‘संरक्षित क्षेत्रों के सामाजिक एवं आर्थिक मूल्यांकन की बात कही गई थी। परंतु वैश्विक समुदाय में अभी इस हेतु राजनैतिक इच्छा शक्ति की कमी देखी गई है।