Question : वर्तमान कौशल पारिस्थितिकीय प्रणाली (Skill Ecosystem) में भारत अपने जनांकिकीय लाभांश के परिणामस्वरूप अनन्य तथा विशेष स्थान रखता है। इस परिप्रेक्ष्य में हाल ही में सरकार द्वारा गठित कौशल विकास हेतु नए मंत्रालय की प्रासंगिकता की चर्चा करें तथा भारत में कौशल विकास में प्रमुख बाधाओं की भी चर्चा करें।
Answer : उत्तरः हाल ही में भारत सरकार ने कौशल विकास हेतु नये मंत्रालय का गठन किया है। इस मंत्रालय का तत्काल अधिदेश 2022 तक भारत में 500 मिलियन लोगों को कुशल बनाना है। साथ ही, एक ऐसा पारिस्थितिकीय तंत्र बनाना जो व्यापार को आसान बनाये तथा बाधाओं को दूर करे तथा उद्यमशीलता को प्रोत्साहित करे।
सरकार के कई प्रयासों के बाद भी कौशल विकास में समस्याएं व्याप्त हैं:
Question : ‘‘विभाजन ने मानवीय संबंधों में कठिनाइयां उत्पन्न कर दी थी’’। लिंगीय विभाजन (Gendering Partition) की संकल्पना के परिप्रेक्ष्य में इसकी व्याख्या करें।
Answer : उत्तरः बंटवारे तथा इस दौरान नवनिर्मित सीमाओं पर दोनों पक्षों द्वारा हिंसा तथा बर्बरता अपनाई गईं। दोनों तरफ के लोगों ने इस क्रम में अपने पुराने मित्रों, रिश्तेदारों तथा पड़ोसियों को खोया तथा नए लोगों के साथ सामंजस्य बिठाने का प्रयास किया।
Question : “सतत नगरीकरण, अवसंरचना पर से दबाव को हटाना मेट्रो एवं सेटेलाइट नगरों के बीच तीव्र संपर्क पर निर्भर करता है।” व्याख्या करें।
Answer : उत्तरः वर्तमान में भारतीय सड़क नेटवर्क जनसंख्या वृद्धि और एक कुशल व मजबूत सार्वजनिक परिवहन प्रणाली के अभाव तथा निजी वाहनों की संख्या में विस्फोटक वृद्धि के कारण काफी दबाव में है। मौजूदा निर्मित पर्यावरण के भीतर सड़कों के लिए जगह प्रदान किये जाने की एक सीमा है। इस प्रकार, शहरीकरण में स्थिरता के लिए यह आवश्यक है कि हमारे क्षेत्रीय जगहों के एकीकरण के द्वारा कस्बों और शहरों का उन्नयन कर उन्हें बड़े शहरों के साथ जोड़ा जाए।
Question : “विशाल मलिन बस्तियां प्रमुखता से इसलिए अस्तित्व में आईं क्योंकि भारत का प्रजातंत्र अपने लोगों को आवागमन की स्वतंत्रता देता है।“ भारत के मेट्रोपोलिटन शहरों में बढ़ती मलिन बस्तियों की प्रकृति तथा कारणों की व्याख्या करें।
Answer : उत्तरः भारत में वर्ष 2001 में की गई जनगणना के दौरान देश की सबसे बड़ी झुग्गी-बस्तियों के निवासियों की ही गिनती की गई थी लेकिन वर्ष 2011 में छोटी झुग्गी-बस्तियों के निवासियों की भी गिनती की गई। इस जनगणना के परिणामों की रिपोर्ट 21 मार्च को प्रकाशित की गई।
मलिन बस्तियों के प्रमुख कारण हैं-
प्रकृति
Question : भारत के विकास में जनसंख्या एक संसाधन है या एक भार, इसका परीक्षण करें।
Answer : उत्तरः भारत में विश्व के भौगोलिक क्षेत्रफल का 3% से भी कम क्षेत्रफल शामिल है, हालांकि विश्व की जनसंख्या का 16% से अधिक हिस्सा भारत में निवास करता है।
Question : भारत में पहाड़ी क्षेत्रों की क्या विशिष्ट समस्याएं हैं? इन क्षेत्रों को विकसित करने हेतु क्या किया जा सकता है? चर्चा करें।
Answer : उत्तरः हमारे देश के पर्वतीय क्षेत्रों में विकास से जुड़ी विशेष प्रकार की समस्याएं हैं। कठिन भौगोलिक क्षेत्र, विभिन्न प्रकार की कृषि-जलवायवीय परिस्थितियां विशिष्ट सामाजिक सांस्कृतिक लक्षण के चलते पर्वतीय क्षेत्र पिछड़े हुए हैं। देश की जनसंख्या का 47 पर्वतीय क्षेत्रों में निवास करता है किंतु न तो हमारे पास पर्वतीय क्षेत्रों से संबंधित कोई विशिष्ट कार्यसूची है और न ही कोई पर्वतीय मामलों से संबंधित मंत्रालय जो इस क्षेत्र की समस्याओं को सुलझा सके। पर्वतीय क्षेत्रों की प्रमुख समस्याएं अग्रलिखित हैं-
Question : हाल ही में गुजरात घटना के संदर्भ में आंतरिक प्रवासन चर्चा में था। इस संदर्भ में प्रवासन के औचित्य का परीक्षण करें।
Answer : उत्तरः अपने मूल स्थान से रोजगार, उच्च जीवन स्तर, शिक्षा, स्वास्थ्य आदि कारणों से अन्य स्थानों की ओर पलायन प्रवासन कहलाती है। इसका स्वरूप अंतरराष्ट्रीय, राष्ट्रीय, अंतर्राज्यीय हो सकता है।
प्रवासन के कारण
प्रवासन से लाभ
प्रवासन की चुनौतियां
क्या किया जाए?