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स्थायी जमा सुविधा (एसडीएफ)
रुपये की गिरावट पर अंकुश लगाने के लिए आरबीआई "स्थायी जमा सुविधा" (एसडीएफ) पेश कर सकता है। इस सम्बंध में निम्नलिखित कथनों पर विचार करें:
- एसडीएफ, अतिरिक्त नकदी को अवशोषित करने के लिए असीमित और निश्चित दर जमा सुविधा है।
- इसकी अवधारणा उर्जित पटेल समिति ने वर्ष 2014 में बनाई थी।
नीचे दिए गए कूट से सही कथन का चयन करें:
A |
केवल I
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B |
केवल II
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C |
I और II दोनों
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D |
न तो I और न ही II
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Explanation :
अतिरिक्त नकदी को अवशोषित करने के लिए असीमित और निश्चित दर जमा करने की सुविधा एसडीएफ कहलाती है। इसकी अवधारणा उर्जित पटेल समिति ने वर्ष 2014 में बनाई। इससे आरबीआई को बिना किसी संपार्श्विक के बैंकों से अधिशेष धन को अवशोषित करने की अनुमति मिल जाएगी (हमें याद रखना चाहिए कि यह रेपो या रिवर्स रेपो की तरह नहीं है, जो collaterals अथवा प्रतिभूतियों / बॉण्ड के माध्यम से पैसे लेता है या देता है)। बैंक भी ब्याज अर्जित करना जारी रखते हैं। असल में, यह आरबीआई को आवश्यकतानुसार नकदी वापस लेने में सशक्त बनाएगा।
अधिक नकदी के साथ समस्या यह है कि सिस्टम में अधिक नकदी होने से मुद्रास्फीति भी अधिक होती है और आरबीआई, मुद्रास्फीति को रोकने के लिए बाध्य है।
प्रारंभिक परीक्षा के लिए यह प्रश्न इतना महत्वपूर्ण क्यों है?
एसडीएफ एक नई अवधारणा है जिसे आरबीआई द्वारा प्रसारित किया जाएगा। इसलिए, मौजूदा आर्थिक स्थिति को देखते हुए हम छात्रों को उससे निपटने के लिए आरबीआई द्वारा प्रसारित शर्तों से अवगत कराने का प्रयास कर रहे हैं।
स्रोत: इंडियन एक्सप्रेस, इकोनॉमिक टाइम्स
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