राष्ट्रीय स्वच्छ गंगा मिशन और वॉश इंस्टीट्यूट समझौता ज्ञापन
- 22 Oct 2021
राष्ट्रीय स्वच्छ गंगा मिशन (NMCG) ने गंगा बेसिन के कस्बों और शहरों में मल गाद और सेप्टेज प्रबंधन मुद्दों का कुशलता के साथ समाधान करने के लिए 'मल गाद और सेप्टेज प्रबंधन' (FSSM) में क्षमता निर्माण के लिए 8 अक्टूबर, 2021 को वॉटर, सैनिटेशन एंड हाइजीन इंस्टीट्यूट (वॉश इंस्टीट्यूट) के साथ एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए हैं।
(Image Source: NMCG and WASH Twitter profile)
- परियोजना को अमेरिकी अंतरराष्ट्रीय विकास एजेंसी (USAID) द्वारा वित्त पोषित किया जाएगा और ‘बिल एंड मेलिंडा गेट्स फाउंडेशन’ द्वारा समर्थन दिया जाएगा।
- इसका उद्देश्य भारतीय कस्बों और शहरों में 'मल गादऔर सेप्टेज प्रबंधन' और अपशिष्ट जल प्रबंधन की तैयारी में सुधार करना है।
- प्रधानमंत्री की दूरदर्शी पहल स्वच्छ भारत मिशन के तहत 62 लाख से अधिक शौचालय बनाए गए हैं। इनमें से आधे शौचालय ऑन-साइट स्वच्छता प्रणाली पर निर्भर हैं। इन शौचालयों से एकत्रित कचरे का प्रबंधन के लिए व्यवस्थित क्षमता निर्माण की पहल करने की आवश्यकता है।
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