प्रसिद्ध आयुर्वेद चिकित्सक पी.के. वारियर का निधन
- 12 Jul 2021
दुनिया भर में प्रसिद्ध आयुर्वेद चिकित्सक पी.के. वारियर का 10 जुलाई, 2021 को आर्य वैद्य शाला, कोट्टक्कल केरल में निधन हो गया। वे 100 वर्ष के थे।
- वे कोट्टक्कल आर्य वैद्य शाला के मुख्य चिकित्सक और प्रबंध न्यासी थे, जो देश की प्रमुख आयुर्वेदिक स्वास्थ्य सेवा शृंखलाओं में से एक है।
- 1954 से आर्य वैद्य शाला के प्रबंध न्यासी, डॉ. वारियर ने सदियों पुरानी संस्था को गौरव और प्रसिद्धि की ऊंचाइयों तक ले जाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उनकी सात दशक लंबी सेवा ने उन्हें कोट्टक्कल आयुर्वेद का पर्याय बना दिया है।
- 'स्मृतिपर्वम' नामक उनकी पुस्तक ने 2009 में सर्वश्रेष्ठ आत्मकथा के लिए केरल साहित्य अकादमी पुरस्कार जीता। इसका अंग्रेजी अनुवाद 'द कैंटो ऑफ मेमोरीज' (The Canto of Memories) भी बेहद लोकप्रिय था।
- वे दो बार अखिल भारतीय आयुर्वेदिक कांग्रेस के अध्यक्ष चुने गए।
- आयुर्वेद में उनके योगदान के लिए उन्हें 1999 में पद्म श्री और 2010 में पद्म भूषण से सम्मानित किया गया था। कालीकट विश्वविद्यालय ने उन्हें 1999 में डी लिट की उपाधि से सम्मानित किया था।
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