भारत- मंगोलिया सांस्कृतिक संबंध
- 17 May 2021
संस्कृति एवं पर्यटन राज्य मंत्री प्रहलाद सिंह पटेल और मंगोलियाई संस्कृति मंत्री चिनबैट नोमिन के बीच 13 मई, 2021 को वर्चुअल माध्यम में एक बैठक का आयोजन किया गया।
- दोनों देशों की साझा विरासत को और मजबूती प्रदान करने के लिए, 2020-2021 से शुरू होने वाली 'तिब्बती बौद्ध धर्म' के अध्ययन के लिए मंगोलियाई लोगों को केंद्रीय बौद्ध अध्ययन संस्थान, लेह और केंद्रीय तिब्बती अध्ययन विश्वविद्यालय, वाराणसी, वाराणसी के विशेष संस्थानों में अध्ययन करने के लिए 10 प्रतिबद्ध ‘भारतीय सांस्कृतिक संबंध परिषद छात्रवृत्तियां’ आवंटित की गई हैं।
- भारत और मंगोलिया के बीच सांस्कृतिक आदान-प्रदान कार्यक्रम (सीईपी) वर्ष 2023 तक जारी रहेंगे।
- भारत ने मंगोलिया स्थित ‘गंदन मठ’ में बौद्ध पांडुलिपियों के डिजिटलीकरण के लिए प्रतिबद्धता दोहराई; भारत वहां ‘संग्रहालय-सह-पुस्तकालय’ स्थापित करने में सहायता प्रदान करने के लिए मंगोलिया के अनुरोध पर भी विचार करेगा।
- संस्कृति मंत्रालय द्वारा मंगोलिया में प्रमुख बौद्ध केन्द्रों में वितरण के लिए अगले वर्ष तक पवित्र मंगोलियाई कंजूर (प्रत्येक 108 खंड) के लगभग 100 सेटों का पुन:मुद्रण कार्य पूरा करने की संभावना है।
- मंगोलियाई कंजूर(Mongolian Kanjur) बौद्ध धर्म का ग्रंथ है, जिसे मंगोलिया में सबसे महत्वपूर्ण धार्मिक ग्रंथ माना जाता है।
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