मोबाइल एप्लीकेशन 'स्वच्छता अभियान'
- 29 Dec 2020
केंद्रीय सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री थावर चंद गहलोत ने 24 दिसंबर, 2020 को एक मोबाइल एप्लीकेशन 'स्वच्छता अभियान' का शुभारंभ किया।
उद्देश्य: अस्वच्छ शौचालयों (insanitary latrines) के स्थान पर स्वच्छ शौचालय स्थापित करना और मैला ढोने वालों (manual scavenger) का पुनर्वास कर उन्हें सम्मानजनक जीवन प्रदान करना।
- स्वच्छता अभियान मोबाइल एप्लीकेशन को अस्वच्छ शौचालय और मैला ढोने वालों की पहचान करने और उनकी जियो टैगिंग करने के लिए विकसित किया गया है।
- ऐप की मदद से कहीं पर भी गंदे शौचालय या मैला ढोने की व्यवस्था देखे जाने पर उसका विवरण इस मोबाइल एप्लिकेशन पर अपलोड किया जा सकता है।
- 2011 की जनगणना के अनुसार देश में 26 लाख से अधिक ऐसे शौचालय थे, जहां स्वच्छता नहीं थी। मानव द्वारा मैला ढोने की व्यवस्था का मुख्य कारण अस्वच्छ शौचालय हैं।
- मैला ढोने वालों का काम खत्म करने और उनके पुनर्वास हेतु 2013 में लाए गए अधिनियम के चलते मैला ढोने वालों को काम पर रखना प्रतिबंधित हो गया था, जिससे यह आवश्यक हो जाता है कि अस्वच्छ शौचालयों का सर्वेक्षण किया जाए और उन्हें गिराकर उनके स्थान पर स्वच्छ शौचालयों का निर्माण कराया जाए।
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