अम्बेडकर सामाजिक नवाचार और ऊष्मायन मिशन (ASIIM)

  • 03 Oct 2020

  • 30 सितंबर, 2020 को सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय ने उच्च शिक्षण संस्थानों में अध्ययनरत अनुसूचित जातियों (SC) के विद्यार्थियों में नवाचार और उद्यमिता को बढ़ावा देने के लिए अम्बेडकर सामाजिक नवाचार और ऊष्मायन मिशन(Ambedkar Social Innovation and Incubation Mission - ASIIM) का शुभारंभ किया है।

उद्देश्य

  • अम्बेडकर सामाजिक नवाचार और ऊष्मायन मिशन (ASIIM) का उद्देश्य अनुसूचित जातियों (SC) के युवाओं के बीच उद्यमिताको बढ़ावा देना है, इसमें दिव्यांगों को विशेष तरजीह (प्राथमिकता) दी जाएगी।
  • जिसके लिए प्रौद्योगिकी व्यवसाय इन्क्यूबेटरों (Technology Business Incubators -TBIs) के साथ तालमेल स्थापित करके वर्ष 2024 तक नवोन्मेषी विचारों (परिवर्तनात्मक विचारों - Innovative Ideas) का समर्थन किया जायेगा।
  • इसके साथ उदार वित्तीय व्यवस्था के माध्यम से स्टार्ट-अप विचारों को समर्थन और बढ़ावा देना, जब तक कि स्टार्ट-अप वाणिज्यिक उद्यमों जैसी स्थिति तक नहीं पहुंचते।

आवश्यकता

  • नवोन्मेषी विचारों की पहचान करने तथा नवोन्मेषी और प्रौद्योगिकी-उन्मुख व्यवसायिक विचारों पर काम करने में लगे युवा उद्यमियों को केंद्रित सहायता प्रदान करने की आवश्यकता है।अतःअम्बेडकर सामाजिक नवाचार और ऊष्मायन मिशन(ASIIM) की शुरआत की गयी।

प्रमुख बिंदु

कार्यान्वयन

  • अम्बेडकर सामाजिक नवाचार और ऊष्मायन मिशन (ASIIM) पहल को अनुसूचित जातियों के उद्यम पूंजी निधि (Venture Capital Fund) द्वारा लागू किया जाएगा।

योग्यता

अम्बेडकर सामाजिक नवाचार और ऊष्मायन मिशन (ASIIM) के यही लोग योग्य होंगे-

  • जिन युवाओं की पहचान प्रौद्योगिकी व्यवसाय इन्क्यूबेटरों (Technology Business Incubators) द्वारा की गई है।
  • जिन छात्रों को शिक्षा मंत्रालय द्वारा संचालित किए जा रहे स्मार्ट इंडिया हैकथॉन या स्मार्ट इंडिया हार्डवेयर हैकथॉन के तहत सम्मानित किया गया है।
  • प्रौद्योगिकी व्यवसाय इन्क्यूबेटर(Technology Business Incubator)में चिन्हित किए गए वे नवोन्मेषी विचार जो समाज के सामाजिक-आर्थिक विकास पर ध्यान देने वाले हों।
  • कॉर्पोरेट सामाजिक जिम्मेदारी (Corporate Social Responsibility - CSR) निधि के ज़रिये कॉर्पोरेट्स द्वारा नामांकित और समर्थित स्टार्टअप्स।

फ़ायदे

  • अगले 4 वर्षों में विभिन्न उच्च शिक्षण संस्थानों में प्रौद्योगिकी व्यवसाय इन्क्यूबेटर(TBI) के माध्यम से स्टार्ट-अप विचारों के साथ 1,000 SC युवाओं को चिन्हित किया जाएगा।
  • सफल उद्यम (व्यापार)आगे चलकर कॉर्पोरेट सामाजिक जिम्मेदारी (Corporate Social Responsibility - CSR) निधि से 5 करोड़ रूपये तक उद्यम पूंजी निधि (Venture Capital Fund) के लिए पात्र होंगे।
  • यह पहल अनुसूचित जाति के युवाओं में नवाचार को बढ़ावा देने में मदद करेगी और उन्हें नौकरी करने वाला (Job-Seekers) से नौकरी देने वाला (Job-Givers) बनने में मदद करेगी।
  • यह मिशन सरकार के 'स्टैंड अप इंडिया' पहल को और बढ़ावा देगा।

अनुसूचित जाति के लिए उद्यम पूंजी निधि (Venture Capital Fund For Scheduled Castes)

  • इसे अनुसूचित जाति (SC) के नवोदित और मौजूदा उद्यमियों को प्रोत्साहित करने के लिए 200 करोड़ रूपये की प्रारंभिक पूंजी के साथ वर्ष 2015 में शुरू किया गया था।

उद्देश्य

  • अनुसूचित जातियों के बीच उद्यमशीलता को बढ़ावा देने के लिए।
  • एससी उद्यमियों को रियायती वित्त प्रदान करना।
  • एससी उद्यमियों के लिए वित्तीय समावेशन को बढ़ाने और एससी समुदायों के विकास के लिए उन्हें प्रेरित करने के लिए।