फोर्स मेजर क्लॉज
- 07 Sep 2020
- वस्तु एवं सेवा कर (GST) की 41वीं बैठक में आर्थिक विनाश के परिमाण की झलक सामने आई है, जिसमें इस वर्ष क्षतिपूर्ति उपकर में लगभग 2.35 लाख करोड़ रुपये की कमी का अनुमान लगाया गया है।
- वित्त मंत्रालय ने खुलासा किया कि इस कमी कि भरपाई केंद्र नहीं कर पायेगा।
- अब देश के व्यापार एक कानूनी प्रावधान -फोर्स मेजर या "एक्ट ऑफ गॉड" क्लॉज की ओर देख रहे हैं। इस शब्द की उत्पत्ति नेपोलियन कोडसे हुई है इसका अर्थ “घाटे की कटौती” होता है।
- इससे पहले फरवरी, 2020 मेंमंत्रालय ने एक आधिकारिक ज्ञापन जारी किया था जिसमें स्पष्ट किया गया था कि “महामारी को प्राकृतिक आपदा का मामला माना जाना चाहिए और जहाँ उचित समझा जायेगा, फोर्स मेजर क्लॉज का आह्वान किया जा सकता है”।
फोर्स मेजर क्लॉज के बारे में
- फोर्स मेजर शब्द को ब्लैक लॉ डिक्शनरी (शब्दकोष) में परिभाषित किया गया है, जिसका अर्थ है ‘एक ऐसी घटना या प्रभाव जिसे न तो अनुमानित किया जा सकता है और न ही नियंत्रित किया जा सकता है’।
- यह एक संविदात्मक प्रावधान है जो किसी पार्टी के प्रदर्शन के असंभव या अव्यवहारिक होने पर नुकसान के जोखिम को आवंटित करता है,विशेष रूप से ऐसी घटनाओं के परिणामस्वरूप जिसका पूर्वानुमान या नियंत्रणपार्टियों द्वारा नहीं किया जा सकता।
फोर्स मेजर की अवधारणा पर भारतीय न्यायशास्त्रका मत
- भारतीय विधियों के तहत फोर्स मेजर की अवधारणा को न तो सरोकार नज़र आता है और न ही इसे परिभाषित किया गया है।
- हालाँकि, इससे जुड़े हुए कुछ संदर्भ भारतीय अनुबंध अधिनियम, 1872 ("अनुबंध अधिनियम") की धारा 32 में पाए जा सकते हैं।
- इसका उल्लेख, व्यय विभाग द्वारा जारी किए गए माल की खरीद के लिए 2017 कीनियमावली(Manual) में भी किया गया है।
"एक्ट ऑफ़ गॉड" और "फोर्स मेजर" के बीच अंतर
- आमतौर पर, "एक्ट ऑफ़ गॉड" को सिर्फ़ प्रकृति अप्रत्याशित परिस्थितियों के रूप में समझा जाता है,जबकि "फोर्स मेजर" का दायरा बड़ा व्यापक है इसमें प्रकृति अप्रत्याशितपरिस्थितियों के आलावा मानव हस्तक्षेप के कारण उत्पन्न परिस्थितियां भी शामिल है।
फोर्स मेजर के उपयोग के लिए कानूनी तौर पर पात्रता
आम तौर पर ‘फोर्स मेजर’ के लिए निम्न स्थितियाँ सूचीबद्ध हैं-
- युद्ध, दंगे, प्राकृतिक आपदाएँ या एक्ट ऑफ़ गॉड,हड़तालें, सरकार द्वारा नई नीति लागू करकेएक महाभियोग थोपना, बहिष्कार और महामारी का प्रकोप।
- यदि कोई ऐसी घटना घटित होती है जिसका वर्णन नहीं किया जा सकता है, तो ऐसी घटनाओं की व्याख्या इस प्रकार से की जाती है कि वह वर्णित घटनाओं की श्रेणी में आ जाए।
फोर्स मेजरक्लॉज लागू होने की स्थिति में
- जब फोर्स मेजर क्लॉज को लागू किया जाता है, तो पार्टियां अनुबंध का उलंघन किए बिनास्थायी या अस्थायी रूप से अपने दायित्वों से पीछे हटने का फैसला कर सकती हैं।
- ऐसी स्थितियों में पार्टी इस क्लॉज का उपयोग अपनी जिम्मेदारियों से बचते हुए एक सुरक्षित निकास मार्ग के रूप में करती हैं, कभी-कभी अनुबंध उलंघन करने की वज़ह से लगने वाले जुर्माने से बचने के लिए इसका उपयोग अवसरवादी तरीकों से किया जाता है।
- यदि एक पार्टी अनुबंध को स्वीकार करती है जबकि दूसरी पार्टीफोर्स मेजर क्लॉज (FMC) का आह्वान करती है तो इस अन्यायपूर्ण स्थिति में अनुबंध को लेकर अदालत का रुख किया जा सकता है।
अनुबंध में फोर्स मेजर क्लॉज (FMC) की अनुपस्थिति की स्थिति में
- यदि अनुबंध में फोर्स मेजर क्लॉज नहीं होता है, तो सामान्य कानून की कुछ सुरक्षाएं होती हैं जिसका उपयोग पार्टियों द्वारा किया जा सकता है।
- उदाहरण के लिए, भारतीय अनुबंध अधिनियम, 1872 यह प्रावधान करता है कि यदि अनुबंध पर हस्ताक्षर किए जाने के बाद एक ऐसी घटना घटित हो जाये जिसे किसी पार्टी द्वारा रोकना असम्भव हो तो किया गया अनुबंध व्यर्थ हो जाता है।
फोर्स मेजर क्लॉज पर न्यायालय का दृष्टिकोण
- कोर्ट के फैसलों नेस्थापित किया है कि अनुबंध के क्रियान्वयन में कठिनाई होने परनहीं, बल्कि असंभव की स्थिति में फोर्स मेजर को लागू किया जा सकता है।
- यह ध्यान दिया जाता है कि अनुबंध के क्रियान्वयन की असंभवता का तर्क देने वाली पार्टी ने फोर्स मेजर के आह्वान से पहले अपनी देनदारियों को पूरा करने के लिए अन्य सभी तरीकों की कोशिश की है या नहीं।
- अदालत इस तरह की बारीकियों पर गौर करेगी कि क्या स्थानीय स्तर पर लागू की गयी तालाबंदी अनुबंध के क्रियान्वयन को रोकती है।
- अदालत इस बात पर भी गौर करेगी कि वास्तव में अनुबंध कोफोर्स मेजर की सूची में सूचीबद्ध होने के लिए उद्धृत परिस्थिति कितनी अप्रत्याशित है।
- अप्रैल, 2020 में, बॉम्बे उच्च न्यायालयने एक मामले में फोर्स मेजर को स्वीकार नहीं किया जिसमें याचिकाकर्ता ने तर्क दिया था कि कोविड -19 के कारण हुई तालाबंदी ने स्टील की आपूर्ति के लिए एक अनुबंध को बुरी तरह प्रभावित किया।
व्यवसायों के लिए फोर्स मेजर क्लॉज (FMC) का महत्व
- फोर्स मेजर क्लॉज आमतौर पर विभिन्न अनुबंधों में पाया जा सकता है जैसे बिजली खरीद समझौते, आपूर्ति अनुबंध, विनिर्माण अनुबंध, वितरण समझौते, परियोजना वित्त समझौते, रियल एस्टेट के निर्माणकर्ताओं और घर खरीदारों के बीच समझौते, आदि।
- यह पार्टियों को उस अवधि के दौरान अनुबंध और परिणामी देनदारियों के तहत किये गए दायित्वों को पूरा करने से रोकता है। उपरोक्त अनुबंधों की शर्तें पूरी होनेके बाद ही फोर्स मेजर क्लॉज लागू कियाजाता है।
FMC को आमंत्रित करने के वैश्विक उदाहरण
- चीन में, जहां कोविड -19 प्रकोप की उत्पत्ति हुई, काउंसिल फॉर प्रमोशन ऑफ इंटरनेशनल ट्रेड ने व्यवसायों को फोर्स मेजर प्रमाण पत्र ज़ारी किया है।
- इसके अलावा, इसने 2002 SARS के प्रकोपको एक फोर्स मेजर घटना के रूप में मान्यता दी थी।
- सिंगापुर ने अप्रैल, 2020 में कोविड -19 (अस्थायी उपाय) अधिनियम बनाया, ताकि उन व्यवसायों को राहत मिल सके जो महामारी के कारण अपने संविदात्मक दायित्वों को नहीं निभा सकते हैं।
- जुलाई, 2020 में पेरिस वाणिज्यिक न्यायालय ने फैसला सुनाया कि महामारी को फोर्स मेजर घटना के बराबर किया जा सकता है।
फोर्स मेजर (FMC) पर आचार संहिता
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