भारत-जापान के मध्य आर्थिक विकास हेतु साझेदारी
- 22 Feb 2025
21 फरवरी, 2025 को, भारत-जापान अर्थव्यवस्था और निवेश मंच में, केंद्रीय वाणिज्य और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने भारत और जापान के बीच मजबूत रणनीतिक साझेदारी पर जोर दिया, जो साझा मूल्यों और मजबूत आर्थिक सहयोग पर बनी है।
मुख्य बिंदु:
- आर्थिक संबंध: भारत में जापान का एफडीआई 43 अरब डॉलर (2000-2024) से अधिक है, जो इसे भारत में विदेशी निवेश का पांचवां सबसे बड़ा स्रोत बनाता है।
- द्विपक्षीय व्यापार: 2011 के व्यापक आर्थिक भागीदारी समझौते (सीईपीए) ने द्विपक्षीय व्यापार को मजबूत किया है, जिसमें 1,400 से अधिक जापानी कंपनियां भारत में काम कर रही हैं और आठ राज्यों में 11 औद्योगिक टाउनशिप हैं।
- बुनियादी ढांचा विकास: मुंबई-अहमदाबाद हाई-स्पीड रेल और मेट्रो सिस्टम जैसी प्रमुख बुनियादी ढांचा परियोजनाओं में जापान की सक्रिय भागीदारी भारत के विकास में परिलक्षित होती है।
- विनिर्माण और "मेक इन इंडिया": "मेक इन इंडिया" पहल ने भारत के विनिर्माण क्षेत्र को बढ़ावा दिया है, भारत और जापान विश्व स्तर पर प्रतिस्पर्धी ब्रांड बनाने के लिए सहयोग कर रहे हैं। भारत का लक्ष्य जीडीपी में विनिर्माण की हिस्सेदारी को 25% तक बढ़ाना है।
- कुशल कार्यबल: भारत में दुनिया में सबसे अधिक STEM स्नातक ( विज्ञान, प्रौद्योगिकी, इंजीनियरिंग और गणित स्नातक) हैं, जिनमें महिलाएं 43% हैं।
- व्यापार संतुलन: भारतीय निर्यात बढ़ाने पर ध्यान केंद्रित करते हुए व्यापार को संतुलित करने के प्रयास किए जा रहे हैं।
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