G20 के विदेश मंत्रियों की बैठक
- 21 Feb 2025
20 फरवरी को जोहान्सबर्ग में आयोजित G20 विदेश मंत्रियों की बैठक में विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर ने वैश्विक भू-राजनीतिक स्थिति को चुनौतीपूर्ण बताते हुए व्यापार और वित्त के हथियारीकरण, आपूर्ति श्रृंखला की केंद्रीकृत प्रकृति और डेटा प्रवाह की पारदर्शिता को लेकर चिंता व्यक्त की।
- वैश्विक भू-राजनीति पर प्रभाव: कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI), इलेक्ट्रिक वाहन (EV), अंतरिक्ष, ड्रोन और ग्रीन हाइड्रोजन जैसे क्षेत्रों में असमान प्रगति के स्पष्ट भू-राजनीतिक प्रभाव हैं।
- बहुपक्षीय सहयोग की आवश्यकता: वैश्विक स्तर पर मौजूद कमियों को दूर करने के लिए बहु-पक्षीयता (plurilateralism) को बढ़ावा देने की जरूरत है।
- अंतर्राष्ट्रीय सहयोग: यह अस्पष्ट या एकपक्षीय नहीं होना चाहिए और वैश्विक एजेंडा केवल कुछ देशों के हितों तक सीमित नहीं रहना चाहिए।
- संघर्ष समाधान: मतभेदों को विवाद बनने से रोकना चाहिए, विवादों को संघर्ष नहीं बनने देना चाहिए, और संघर्षों को बड़े संकट का रूप नहीं लेने देना चाहिए।
- पश्चिम एशिया और यूक्रेन पर भारत का दृष्टिकोण:
- भारत गाजा युद्धविराम और बंधकों की रिहाई का स्वागत करता है।
- लेबनान में युद्धविराम बनाए रखना और सीरिया के लिए एक समावेशी समाधान आवश्यक है।
- यूक्रेन संघर्ष पर भारत का रुख संवाद और कूटनीति को प्राथमिकता देने का रहा है।
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