आठवां हिन्द महासागर सम्मेलन

  • 17 Feb 2025

16 फरवरी, 2025 को, विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने मस्कट में आयोजित आठवें हिन्द महासागर सम्मेलन में भाग लिया और हिन्द महासागर क्षेत्र में हो रहे "गंभीर परिवर्तन" पर ध्यान केंद्रित किया।

मुख्य बिंदु:

  • बांग्लादेश के साथ वार्ता: जयशंकर ने बांग्लादेश के विदेश मामलों के सलाहकार तौहीद हुसैन से मुलाकात की। दोनों नेताओं ने भारत-बांग्लादेश संबंधों में उत्पन्न चुनौतियों और अल्पसंख्यकों पर हमलों को लेकर चर्चा की। सीमा सुरक्षा से जुड़े मुद्दों पर चर्चा के लिए इसी सप्ताह एक सीमा रक्षक बैठक आयोजित होने की उम्मीद है।
  • क्षेत्रीय सहयोग: जयशंकर ने नेपाल, भूटान, श्रीलंका, मालदीव, ईरान, मॉरीशस और ब्रुनेई के विदेश मंत्रियों से मुलाकात की। उन्होंने बांग्लादेश के साथ द्विपक्षीय संबंधों और बहु-क्षेत्रीय तकनीकी और आर्थिक सहयोग (BIMSTEC) पर भी चर्चा की, जिसका अगला शिखर सम्मेलन 2-4 अप्रैल को बैंकॉक में होगा।
  • हिन्द महासागर में अस्थिरता : जयशंकर ने इस क्षेत्र में बढ़ते भू-राजनीतिक तनाव का उल्लेख किया, विशेष रूप से पश्चिम एशिया और इंडो-पैसिफिक में हो रहे घटनाक्रमों पर चिंता व्यक्त की। उन्होंने क्षेत्रीय स्थिरता बनाए रखने के लिए "संयुक्त रणनीति" अपनाने की आवश्यकता पर जोर दिया।
  • हिंद महासागर सम्मेलन: इसका पहला संस्करण वर्ष, 2016 में सिंगापुर में आयोजित किया गया था, जिसमें 30 देशों के प्रतिनिधियों ने भाग लिया था। इसे भारतीय विदेश मंत्रालय द्वारा इंडिया फाउंडेशन के सहयोग से प्रतिवर्ष आयोजित किया जाता है।