अमेरिकी के नए टैरिफ नीति से वैश्विक व्यापार युद्ध की आशंका

  • 13 Feb 2025

12 फरवरी 2025 को, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के व्यापार सलाहकारों ने उन पारस्परिक शुल्क (reciprocal tariffs) को अंतिम रूप देने की योजना बनाई, जिन्हें उन देशों पर लगाया जाएगा जो अमेरिकी उत्पादों पर शुल्क लगाते हैं। इस निर्णय से वैश्विक व्यापार युद्ध की आशंका बढ़ गई है। इस सन्दर्भ में, जर्मनी के आर्थिक मंत्रालय ने ट्रांसअटलांटिक व्यापार युद्ध को रोकने के लिए वार्ता पर जोर दिया है।

मुख्य बिंदु:

  • स्टील और एल्युमिनियम टैरिफ: ट्रम्प प्रशासन ने 12 मार्च 2025 से सभी स्टील और एल्युमिनियम आयातों पर टैरिफ लगाने का निर्णय लिया।मैक्सिको, कनाडा और यूरोपीय संघ ने इस कदम की निंदा की, जबकि जापान और ऑस्ट्रेलिया ने छूट की मांग की।
  • चीनी उत्पादों पर अतिरिक्त टैरिफ: 4 फरवरी 2025 से चीनी वस्तुओं पर 10% अतिरिक्त टैरिफ लगाया गया। चीन ने इस टैरिफ का जवाबी प्रतिरोध शुरू कर दिया है।
  • मैक्सिको और कनाडा के लिए टैरिफ स्थगित: मेक्सिको और कनाडा से आयातित वस्तुओं पर 25% टैरिफ को एक महीने के लिए 4 मार्च 2025 तक टाल दिया गया। यह समय सीमा अमेरिका की सीमा सुरक्षा और ड्रग फेंटानाइल की तस्करी रोकने के लिए वार्ता हेतु तय की गई।
  • यूरोपीय संघ की प्रतिक्रिया: 27 देशों के यूरोपीय संघ (EU) के व्यापार मंत्रियों ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए चर्चा की। यूरोपीय आयोग की अध्यक्ष उर्सुला वॉन डेर लेयन ने चेतावनी दी कि अगर अमेरिका यूरोपीय संघ पर शुल्क लगाता है, तो जवाबी कार्रवाई की जाएगी।
  • टैरिफ का आर्थिक प्रभाव: अहोल्ड डेल्हेज़ और सीमेंस एनर्जी जैसी कंपनियों ने चेतावनी दी कि आयात पर नए शुल्क से मूल्य वृद्धि होगी। स्टील और एल्युमिनियम पर शुल्क से औद्योगिक क्षेत्र प्रभावित होगा, जिससे उत्पादन लागत बढ़ेगी और आपूर्ति श्रृंखला प्रभावित होगी।