भारतीय प्रधानमंत्री की पहली कुवैत यात्रा
- 20 Dec 2024
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 21-22 दिसंबर को कुवैत की यात्रा करेंगे, जो 43 वर्षों में किसी भारतीय प्रधानमंत्री की पहली यात्रा होगी। यह यात्रा भारत और कुवैत के बीच द्विपक्षीय संबंधों और ऊर्जा सहयोग को मजबूत करने का एक महत्वपूर्ण अवसर है।
मुख्य बिंदु:
- इतिहासिक संबंध:
- भारत और कुवैत के संबंध ऐतिहासिक और आर्थिक जुड़ाव पर आधारित हैं।
- 1961 तक भारतीय रुपया कुवैत में वैध मुद्रा थी।
- आर्थिक साझेदारी:
- 2023-24 में भारत और कुवैत के बीच द्विपक्षीय व्यापार $10.47 बिलियन रहा।
- कुवैत भारत का छठा सबसे बड़ा कच्चा तेल आपूर्तिकर्ता है, जो भारत की 3% ऊर्जा आवश्यकताओं को पूरा करता है।
- सांस्कृतिक और जनसांख्यिकीय संबंध:
- भारतीय समुदाय कुवैत की सबसे बड़ी प्रवासी जनसंख्या है, जो लगभग 10 लाख है।
- कूटनीतिक प्रयास:
- दोनों देशों ने सहयोग को संस्थागत बनाने के लिए संयुक्त आयोग (JCC) और सात नए संयुक्त कार्य समूह (JWGs) बनाए हैं।
- ये समूह व्यापार, निवेश, शिक्षा, प्रौद्योगिकी, कृषि, सुरक्षा और संस्कृति जैसे क्षेत्रों पर ध्यान केंद्रित करेंगे।
- महत्वपूर्ण यात्रा:
- अंतिम बार 1981 में पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने कुवैत की यात्रा की थी।
- 2009 में उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी और 2013 में कुवैत के प्रधानमंत्री ने भारत का दौरा किया था।
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