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- सिविल सेवा/राज्य सेवा मुख्य परीक्षा सामान्य अध्ययन प्रश्न पत्र-IV (Paper-IV)
Questions | CSC Issues & Page No. |
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खण्ड 'A' SECTION 'A' | |
Ques 1. (a). सार्वजनिक जीवन के आधरिक सिद्धांत क्या हैं? इन में से किन्हीं तीन सिद्धांतों को उपयुक्त उदाहरणों के साथ स्पष्ट कीजिए। (उत्तर 150 शब्दों में दीजिए) What are the basic principles of public life? Illustrate any three of these with suitable examples. (150 Words) |
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Ques 1. (b). ‘लोक सेवक’ शब्द से आप क्या समझते हैं? लोक सेवक की प्रत्याशित भूमिका पर विचार कीजिए। (उत्तर 150 शब्दों में दीजिए) What do you understand by the term 'public servant' ? Reflect on the expected role of public servant. (150 words) |
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Ques 2. (a). लोक निधियों का प्रभावी उपयोग विकास के लक्ष्यों को प्राप्त करने हेतु निर्णायक है। लोक निधियों के अल्प उपयोग एवं दुरुपयोग के कारणों का समालोचनात्मक परीक्षण करते हुए उनके निहितार्थों की समीक्षा कीजिए। (उत्तर 150 शब्दों में दीजिए) Effective utilization of public funds is crucial to meet development goals. Critically examine the reasons for under-utilization of public funds and their implications. (150 Words) |
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Ques 2. (b). ‘लोक सेवक द्वारा अपने कर्त्तव्य का अनिष्पादन भ्रष्टाचार का एक रूप है।’ क्या आप इस विचार से सहमत हैं? अपने उत्तर की तर्कसंगत व्याख्या करें। (उत्तर 150 शब्दों में दीजिए) "Non-performance of duty by a public servant is a form of corruption". Do you agree with this view? Justify your answer. (150 Words) |
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Ques 3. (a). ‘सांविधनिक नैतिकता’ से आप क्या समझते हैं? सांविधानिक नैतिकता का अनुरक्षण कोई किस प्रकार करता है? (उत्तर 150 शब्दों में दीजिए) What is meant by the term 'constitutional morality'? How does one uphold constitutional morality? (150 words) |
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Ques 3. (b). ‘अन्तःकरण का संकट’ का क्या अभिप्राय है? सार्वजनिक अधिकारक्षेत्र में यह किस प्रकार अभिव्यक्त होता है? (उत्तर 150 शब्दों में दीजिए) What is meant by the term 'constitutional morality'? How does it manifest itself in the public domain? (150 words) |
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Ques 4. (a). नागरिकों के अधिकारपत्र (चार्टर) आंदोलन के मूलभूत सिद्धांतों को स्पष्ट कीजिए और उसके महत्त्व को उजागर कीजिए। (उत्तर 150 शब्दों में दीजिए) Explain the basic principles of citizens charter movement and bring out its importance. (150 words) |
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Ques 4. (b). एक विचार यह है कि शासकीय गुप्त बात अधिनियम सूचना के अध्किर अध्नियम के क्रियान्वयन में एक बाधा है। क्या आप इस विचार से सहमत हैं? विवेचना कीजिए। (उत्तर 150 शब्दों में दीजिए) There is a view that the Official Secrets Act is an obstacle tothe implementation of Right to Information Act. Do you agree with the view? Discuss. (150 words) |
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Ques 5. (a). शासन में सत्यनिष्ठा से आप क्या समझते हैंघ् इस शब्द की आपकी अपनी समझ के आधार परए सरकार में सत्यनिष्ठा को सुनिश्चित करने के उपाय सुझाइए। (उत्तर 150 शब्दों में दीजिए)
What do you understand by probity in governance? Based on your understanding of the term, suggest measures for ensuring probity in government. (Answer in 150 words) |
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Ques 5. (b). संवेगात्मक बुद्धि आपके अपने संवेदों से आपके विरुद्ध कार्य करने के बजाय आपके लिए कार्य करवाने का सामर्त्य है। क्या आप इस विचार से सहमत हैं? विवेचना कीजिए। (उत्तर 150 शब्दों में दीजिए) "Emotional Intelligence is the ability to make your emotions work for you instead of against you". Do you agree with this view? Discuss. (150 words) |
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Ques 6. निम्नलिखित में से प्रत्येक उद्धरण के आपके लिए क्या मायने हैं? What do each of the following quotations mean to you? |
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Ques 6. (a). ‘एक अपरीक्षित जीवन जीने योग्य नहीं है।’ -सुकरात (उत्तर 150 शब्दों में दीजिए) "An unexamined life is not worth living".-Socrates (150 words) |
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Ques 6. (b). ‘व्यक्ति और कुछ नहीं केवल अपने विचारों का उत्पाद होता है। वह जो सोचता है वही बन जाता है।’ -एम.के. गांधी (उत्तर 150 शब्दों में दीजिए) "A man is but a product of his thoughts. What he thinks he become.".-M.K. Gandhi (150 words) |
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Ques 6. (c). ‘जहां हृदय में शुचिता है, वहां चरित्र में सुन्दरता है। जब चरित्र में सौन्दर्य है, तब घर में समरसता है। जब घर में समरसता है, तब राष्ट्र में सुव्यवस्था है। जब राष्ट्र में सुव्यवस्था है, तब विश्व में शांति है।’ -ए.पी.जे. अब्दुल कलाम (उत्तर 150 शब्दों में दीजिए) "Where there is righteousness in the heart, there is beauty in the character. When there is beauth in the character, there is harmony in the come. When there is harmony in the home, there is order in the nation. When there is order in the nation, there is peace in the world."-A.P.J. Abdul Kalam (150 words) |
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खण्ड 'B' SECTION 'B' | |
Ques 7. गंभीर प्राकृतिक आपदा से प्रभावित एक क्षेत्र में आप बचाव कार्य का नेतृत्व कर रहे हैं। हजारों लोग बेघर हो गए हैं और भोजन, पेयजल और अन्य मूलभूत सुविधाओं से वंचित हो गए हैं मूसलाधर वर्षा एवं आपूर्ति मार्गों के क्षतिग्रस्त होने से बचाव कार्य बाधित हो गया है। विलम्बित और सीमित राहत कार्य से स्थानीय लोग बहुत क्रोध्ति हैं। जब आपका दल प्रभावित क्षेत्र में पहुंचता है, तब लोग दल के कुछ सदस्यों पर हमला बोल देते हैं यहां तक कि उनकी पिटाई भी कर देते हैं। आपके दल का एक सदस्य गंभीर रूप से घायल भी हो जाता है। संकट की इस स्थिति में, दल के कुछ सदस्य अपने जीवन को खतरे के डर से आपसे आग्रह करते हैं कि बचाव कार्य रोक दिया जाए। इन विषम परिस्थितियों में आपकी क्या अनुक्रिया होगी? एक लोक सेवक के उन गुणों का परीक्षण कीजिए जो ऐसी स्थिति को संभालने के लिए आवश्यक होंगे। (उत्तर 250 शब्दों में दीजिए)
You are heading the rescue operations in an area affected by severe natural calamity. Thousands of people are rendered homeless and deprived of food, drindking water and other basic amenities. Rescue work has been disrupted by heavy rainfall and damage to supply routes. The local people are seething with anger against the delayed limited rescue operations. When your team reaches the affected area, the peopls there heckle and even assault some of the team members. One of your team members is even severely injured. Faced with this crisis, some team members plead with you to call off the operations fearing threats to their life. In such trying circumstances, what will be your response? Examine the qualities of a public servant which will be required to manage the situation. (250 Words) |
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Ques 8. ईमानदारी और सच्चाई एक सिविल सेवक के प्रमाणक हैं। इन गुणों से युक्त सिविल सेवक किसी भी सुदृढ़ संगठन के मेरुदंड माने जाते हैं। कर्त्तव्य निर्वहन के दौरान, वे विभिन्न निर्णय लेने हैं। कभी-कभी इनमें से कुछ निर्णय सद्भाविक भूल बन जाते हैं। जब तक ऐसे निर्णय जानबूझ कर नहीं लिए जाते हैं और व्यक्तिगत लाभ प्रदान नहीं करते, तब तक अधिकारी को दोषी नहीं कहा जा सकता है। यद्यपि कभी-कभी ऐसे निर्णयों के दीर्घविधि् में अप्रत्याशित प्रतिकूल परिणाम उत्पन्न हो सकते हैं। अभी हाल में कुछ ऐसे उदाहरण सामने आए हैं जिन में सिविल सेवकों को सद्भाविक भूलों के लिए आलिप्त किया गया है। उन्हें अकसर अभियोजित और बंदित भी किया गया है। इन प्रकरणों के कारण सिविल सेवकों की नैतिक रचना को अत्यधिक क्षति पहुंची है। यह प्रवृत्ति लोक सेवाओं के कार्य निष्पादन को किस तरह प्रभावित कर रही है? यह सुनिश्चित करने के लिए कि ईमानदार सिविल सेवक सद्भाविक भूलों के लिए आलिप्त नहीं किए जाएं, क्या उपाय किए जा सकते हैं? तर्कसंगत उत्तर दीजिए। (उत्तर 250 शब्दों में दीजिए)
Honesty and uprightness are the hallmarks of a civil servant. Civil servants possessing these qualities are considered as the backbone of any strong organization. In line of duty, they take various decisions, at times some become bonafide mistakes. As long as such decisions are not taken intentionally and do not benefit personally, the officer cannot be said to be guilty. Though such decisions may, at times, lead to unforeseen adverse consequences in the long-term. In the recent past, a few instances have surfaced wherein civil servants have been implicated for bonafide mistakes. They have often been prosecuted and even imprisoned. These instances have greatly rattled the moral fibre of the civil servants. How does this trend affect the functioning of the cinvil services? What measures can be taken to ensure that honest civil servants are not implicated for bonafide mistakes on their part? Justify your answer. (250 Words) |
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Ques 9. बड़ी संख्या में महिला कर्मचारियों वाली एक परिधन उत्पादक कंपनी के अनेक कारणों से विक्रय में गिरावट आ रही थी। कंपनी ने एक प्रतिष्ठित विपणन अधिकारी को नियुक्त किया, जिसने अल्पावधि में ही विक्रय की मात्रा को बढ़ा दिया। लेकिन उस अधिकारी को नियुक्त किया, जिसने अल्पावधि में ही विक्रय की मात्रा को बढ़ा दिया। लेकिन उस अध्किरी के विरुद्ध कार्यस्थल पर यौन उत्पीड़न में लिप्त होने की कुछ अपुष्ट शिकायतें सामने आईं। कुछ समय पश्चात् एक महिला कर्मचारी ने कंपनी के प्रबंधन की विपणन अधिकारी के विरुद्ध यौन उत्पीड़न की औपचारिक शिकायत दायर की। अपनी शिकायत के प्रति कंपनी की संज्ञान लेने में उदासीनता को देखते हुए, महिला कर्मी ने पुलिस में प्राथमिक दर्ज की। परिस्थिति की संवेदनशीलता और गंभीरता को भांपते हुए, कंपनी ने महिलाकर्मी को वार्ता करने के लिए बुलाया। कंपनी ने महिलाकर्मी को एक मोटी रकम देने के एवज में अपनी शिकायत और प्राथमिकी वापस लेने तथा यह लिख कर देने के लिए कहा कि विपणन अधिकारी प्रकरण में लिप्त नहीं था। इस प्रकरण में निहित नैतिक मुद्दों की पहचान कीजिए। महिलाकर्मी के सामने कौन-कौन से विकल्प उपलब्ध हैं? (उत्तर 250 शब्दों में दीजिए)
An apparel manufacturing company having large number of women employees was losing sales due to various factors. The company hired a reputed marketing executive, who increased the volume of sales within a short span of time. However, some unconfirmed reports came up regarading his indulgence in sexual harassment at the work place. After sometime, a woman employee lodged a formal complaint to the management against the marketing executive about sexually harassing her. Faced with the company's indifference in not taking comgnizance of her grievance, she lodged an FIR with the Police. Realizing the sensitivity and gravity of the situation, the company called the woman employee to negotiate. In that she was offered a hefty sum of money to withdraw the complaint and the FIR and also give in writing that the marketing executive is not involved in the case. Identify the ethical issues involved in this case. What options are available to the woman employee? (250 Words) |
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Ques 10. आधुनिक लोकतांत्रिक राज्य व्यवस्था, राजनीतिक कार्य कार्यपालिका और स्थायी कार्यपालिका की संकल्पना होती है। निर्वाचित जन प्रतिनिधि राजनीतिक कार्यपालिका का गठन करते हैं और अधिकारीतंत्र स्थायी कार्यपालिका का गठन करती है। मंत्रीगण नीति निर्माण करते हैं और अधिकारी उन नीतियों को क्रियान्वित करते हैं। स्वतंत्रता के पश्चात् प्रारंभिक दशकों में, रानीतिक कार्यपालिका और स्थायी कार्यपालिका के बीच अंतर्सम्बन्ध, एक दूसरे के क्षेत्र में हस्तक्षेप किए बिना, परस्पर समझ, सम्मान और सहयोग पर आधारित थे। लेकिन बाद के दशकों में स्थिति में परिवर्तन आया है। ऐसे प्रकरण आए हैं जहां राजनीतिक कार्यपालिका ने स्थायी कार्यपालिका पर अपनी कार्यसूची का अनुसरण करने का दबाव बनाया है। सत्यनिष्ठ अधिकारियों के प्रति सम्मान और सराहना में गिरावट आई है। इस प्रवृत्ति में उत्तरोत्तर वृद्धि हुई है कि राजनीतिक कार्यपालिका में नैत्यिक प्रशासनिक प्रसंगों में जैसे कि स्थानान्तरण, प्रस्थापन आदि में अंतर्ग्रस्त होने की प्रवृत्ति बढ़ती जा रही है। इस परिदृश्य में ‘अधिकारीतंत्र के राजनीतिकरण’ की ओर एक निश्चित प्रवृत्ति है। सामाजिक जीवन में बढ़ती भौतिकवाद और संग्रहवृत्ति ने राजनीतिक कार्यपालिका और स्थायी कार्यपालिका पर प्रतिकूल प्रभाव डाला है। ‘अधिकारीतंत्र के इस राजनीतिकरण’ के क्या-क्या परिणाम हैं? विवेचना कीजिए। (उत्तर 250 शब्दों में दीजिए)
In a modern democratic polity, there is the concept of political executive adn permanent executive. Elected people's representatives form the political executive and bureaucracy forms the permanent executive. Ministers frame policy decisions and bureaucrats execute these. In the initial decades after indipendence, relationship between the permanent executive and the political executive were characterized by mutual understanding, respect and co-operation, whithout encroaching upon each others domain. However, in the subsequent decades, the situation has changed There are instances of the political executive insisting upon the permanent executive to follow its agenda. Respect for and appreciation of upright bureaucrats has declined. There is and increasing tendency among the political executive to get involved in routine administrative matters such as transfers, postings etc. Under this scenario, there is a difinitive trends towards 'politicization of bureaucracy'. The rising materialism and acquisitiveness in social life has also adversely impacted upon the ethical value of both the permanent executive and the policical executive. What are the consequences of this 'politicization of bureaucracy'? Discuss. (250 Words)
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Ques 11. एक सीमांत राज्य के एक जिले में स्वापकों (नशीले पदार्थों) का खतरा अनियंत्रित हो गया है। इसके परिणामस्वरूप काले धन का प्रचलन, पोस्त खेती में वृद्धि, हथियारों की तस्करी, व्यापक हो गई है तथा शिक्षा व्यवस्था लगभग ठप्प हो गई है। सम्पूर्ण व्यवस्था एक प्रकार से समाप्ति के कगार पर है। इन अपुष्ट खबरों से कि स्थानीय राजनेता और कुछ पुलिस उच्चाधिकारी भी ड्रग माफिया को गुप्त संरक्षण दे रहे हैं, स्थिति और भी बदतर हो गई है। ऐसे समय में, परिस्थिति को सामान्य करने के लिए, एक महिला अधिकारी, जो ऐसी परिस्थितियों से निपटने के लिए अपने कौशल के लिए जानी है, को पुलिस अधीक्षक के पद पर नियुक्त किया जाता है। यदि आप वही पुलिस अध्किरी हैं, तो संकट के विभिन्न आयामों को चिन्हित कीजिए। अपनी समझ के अनुसार, संकट का सामना करने के उपाय भी सुझाएं। (उत्तर 250 शब्दों में दीजिए)
In one of the districts of a frontier state, narcotics menace has been rampant. This has resulted in money laundering, mushrooming of poppy farming, arms smuggling and near stalling of education. The system in on the verge of collapse. The situation has been further worsened by unconfirmed reports that local politicians as well as some senior police officers are providing surreptitious patronage to the drug mafia. At that point of time a woman police officer, known for her skills in handling such dituations is appointed as Superintendent of Police to bring the situation to normalcy. If you are the same police officer, identify the various dimensions of the crisis. Based on your understanding, suggest measures to deal with the crisis. (250 Words)
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Ques 12. भारत में हाल के समय में बढ़ती चिंता रही है कि प्रभावी सिविलि सेवा नैतिकता, आचरण संहिताओं, पादर्शिता उपायों, नैतिक एवं शुचिता व्यवस्थाओं तथा भ्रष्टाचार निरोधी अभिकरणों को विकसित किया जा सके। इस परिप्रेक्ष्य में, तीन विशिष्ट क्षेत्रों पर ध्यान देने की आवश्यकता को महसूस किया जा रहा है जो सिविल सेवाओं में शुचिता और नैतिकता को आत्मसात् करने हेतु प्रत्यक्ष रूप से प्रासंगिक हैं। ये क्षेत्र निम्नलिखित हैंः
उपरोक्त तीन मुद्दों का हल निकालने के लिए संस्थागत उपाय सुझाइए। (उत्तर 250 शब्दों में दीजिए)
In recent times, there has been an increasing concern in India to develop effective civil service ethics, codes of conduct, transparency measures, ethics and integrity systems and anti-corruption agencies. In view of this, there is a need being felt to focus on three specific areas, which are directly relevant to the problems of internalizing integrity and ethics in the civil services. These are as follows:
Suggest institutional measures to address the above three issues, (250 Words) |
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