हिमालयी जैव विविधता का पारिस्थितिक महत्व
हिमालय, पृथ्वी की सबसे ऊँची पर्वत शृंखला होने के साथ ही हजारों पौधों और जानवरों की प्रजातियों के लिए आवास है। इनमें से कई प्रजातियां दुनिया में कहीं और नहीं पाई जाती हैं।
- हिमालय काफी विस्तृत है तथा यह न केवल भारत बल्कि पूरे विश्व के लिए अद्वितीय पारिस्थितिक महत्व रखता है।
हिमालयी जैव विविधता का पारिस्थितिक महत्व
- जल चक्र का नियमन: हिमालय ग्लेशियरों और नदियों का एक विशाल भंडार है। ये ग्लेशियर पिघलकर नदियों को पानी प्रदान करते हैं जो लाखों लोगों के लिए पीने के पानी का स्रोत हैं। हिमालय की वनस्पति भी मिट्टी को बांधकर रखने ....
क्या आप और अधिक पढ़ना चाहते हैं?
तो सदस्यता ग्रहण करें
इस अंक की सभी सामग्रियों को विस्तार से पढ़ने के लिए खरीदें |
पूर्व सदस्य? लॉग इन करें
वार्षिक सदस्यता लें
सिविल सर्विसेज़ क्रॉनिकल के वार्षिक सदस्य पत्रिका की मासिक सामग्री के साथ-साथ क्रॉनिकल पत्रिका आर्काइव्स पढ़ सकते हैं |
पाठक क्रॉनिकल पत्रिका आर्काइव्स के रूप में सिविल सर्विसेज़ क्रॉनिकल मासिक अंक के विगत 6 माह से पूर्व की सभी सामग्रियों का विषयवार अध्ययन कर सकते हैं |
संबंधित सामग्री
- 1 चक्रवातों की बढ़ती आवृति एवं तटीय क्षेत्र
- 2 भारतीय मानसून के व्यवहार में परिवर्तन: प्रभाव एवं समाधान
- 3 भूमि निम्नीकरण: समस्या, प्रभाव एवं समाधान की रणनीति
- 4 देश में जल संकट: कारण एवं प्रभाव
- 5 संधारणीय पर्यटन : महत्व एवं चुनौतियां
- 6 भारत में आर्द्रभूमियों के पर्यावरणीय महत्व की चर्चा करते हुए इनके समक्ष विद्यमान संकटों को सूचीबद्ध कीजिए?
- 7 महासागरीय संसाधन तथा इसके समक्ष विद्यमान संकट
- 8 मेघ प्रस्फुटन (Cloudburst): उत्पत्ति तथा प्रभाव
- 9 भारत में बढ़ता वायु प्रदूषण : समस्या एवं समाधान
- 10 समुद्री हीट वेव तथा इसके बहुआयामी प्रभाव