भारत में वामपंथी उग्रवाद
भारत में वामपंथी उग्रवाद का तात्पर्य, देश के कुछ क्षेत्रों में विभिन्न माओवादी या नक्सली समूहों द्वारा किए गए विद्रोह अथवा हिंसा से है। ये समूह साम्यवादी विचारधारा से प्रेरित हैं तथा इनका लक्ष्य सरकार को उखाड़ फेंकना एवं वर्गहीन समाज की स्थापना करना है।
- भारत में वामपंथी उग्रवाद की जड़ें ऐतिहासिक भूमि विवादों, सामाजिक आर्थिक असमानताओं एवं हाशिए पर रहने वाले समुदायों के कथित शोषण में खोजी जा सकती है।
भारत में वामपंथी उग्रवाद (LWE):
- भारत में वामपंथी उग्रवाद (LWE) या नक्सली विद्रोह की उत्पत्ति 1967 में पश्चिम बंगाल के नक्सलबाड़ी में हुए विद्रोह से हुई।
- यह ऐसे लोगों का ....
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