नागरिक घोषणापत्र : जन केन्द्रित शासन हेतु महत्वपूर्ण
संपूर्ण विश्व में यह सर्वस्वीकृत तथ्य है कि अर्थव्यवस्था तथा समाज दोनों के स्थायी विकास के लिए सुशासन अनिवार्य है। सुशासन के अंतर्गत तीन अनिवार्य पहलुओं पारदर्शिता, जवाबदेही और प्रशासन की प्रतिक्रियाशीलता पर बल दिया जाता है। नागरिक घोषणा-पत्र नागरिकों के अधिकार संबंधी एक ऐसा दस्तावेज होता है, जिसका उद्देश्य मूलरूप से किसी भी संगठन को पारदर्शी, जवाबदेह एवं नागरिक उन्मुख बनाना होता है। इस घोषणा-पत्र द्वारा संचालित कार्यक्रमों के माध्यम से बेहतर सेवाएं उपलब्ध कराने का प्रयास किया जाता है। वास्तव में एक स्वस्थ लोकतंत्र की सफलता इस बात पर निर्भर करती है कि सेवा प्रदाता एवं सेवा प्राप्त ....
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संबंधित सामग्री
- 1 गांधीवादी नैतिकता एवं इसकी प्रासंगिकता
- 2 सुशासन में पारदर्शिता का महत्व
- 3 लोक सेवा में सत्यनिष्ठा की भूमिका
- 4 सिविल सेवा में भावनात्मक बुद्धिमत्ता की भूमिका
- 5 सहभागी, समावेशी एवं धारणीय कॉर्पोरेट गवर्नेंस: महत्व एवं मुद्दे
- 6 भगवान महावीर की शिक्षाएं: वर्तमान में प्रासंगिकता
- 7 लोक सेवा में मूल्य एवं इसका महत्व
- 8 मानव जीन एडिटिंग: नैतिक मुद्दे एवं समाधान
- 9 वर्तमान वैश्विक चुनौतियों से व्युत्पन्न नैतिक मुद्दे
- 10 वर्तमान परिदृश्य में व्यावसायिक नैतिकता
मुख्य विशेष
- 1 भ्रष्टाचार कम करने में आचरण संहिता की भूमिका
- 2 लोकहित में सिविल सेवकों के लिए महत्वपूर्ण सिद्धांत और प्रक्रियाएं
- 3 शासन में नैतिकता और नैतिक मूल्यों का सुदृढ़ीकरण
- 4 सामाजिक जवाबदेही: सुशासन एवं पारदर्शिता हेतु आवश्यक
- 5 मेटावर्स तथा इसके नैतिक आयाम
- 6 पारंपरिक मूल्यों को परिवर्तित करने में सोशल मीडिया की भूमिका
- 7 वर्तमान परिदृश्य में व्यावसायिक नैतिकता