'जमानत नियम है जबकि जेल अपवाद है': सुप्रीम कोर्ट

13 अगस्त, 2024 को सर्वोच्च न्यायालय की दो न्यायाधीशों की पीठ ने एक मामले पर निर्णय देते हुए कहा कि 'जमानत नियम है, जेल अपवाद है' (Bail is the rule, jail is the exception)। न्यायालय ने कहा कि यह कानूनी सिद्धांत 'गैर-कानूनी गतिविधियां (रोकथाम) अधिनियम [UAPA] 1967' जैसे विशेष कानूनों के तहत अपराधों पर भी लागू होता है।

  • न्यायमूर्ति अभय एस. ओका और न्यायमूर्ति ऑगस्टीन जॉर्ज मसीह की पीठ ने यह निर्णय 'आतंकवाद निरोधी कानून UAPA' के तहत आरोपी एक व्यक्ति को जमानत देते हुए दिया।
  • वाद का शीर्षक: जलालुद्दीन खान बनाम भारत संघ (Jalaluddin Khan vs The Union Of India)।
  • न्यायालय ने ....
क्या आप और अधिक पढ़ना चाहते हैं?
तो सदस्यता ग्रहण करें
इस अंक की सभी सामग्रियों को विस्तार से पढ़ने के लिए खरीदें |

पूर्व सदस्य? लॉग इन करें


वार्षिक सदस्यता लें
सिविल सर्विसेज़ क्रॉनिकल के वार्षिक सदस्य पत्रिका की मासिक सामग्री के साथ-साथ क्रॉनिकल पत्रिका आर्काइव्स पढ़ सकते हैं |
पाठक क्रॉनिकल पत्रिका आर्काइव्स के रूप में सिविल सर्विसेज़ क्रॉनिकल मासिक अंक के विगत 6 माह से पूर्व की सभी सामग्रियों का विषयवार अध्ययन कर सकते हैं |

संबंधित सामग्री