जनजातियों की जनसंख्या, स्वास्थ्य और पोषण प्रोफाइल
हाल ही में, लैंसेट क्षेत्रीय स्वास्थ्य-दक्षिण-पूर्व एशिया (Lancet Regional Health- Southeast Asia) जर्नल में ‘अनुसूचित जनजातियों की जनसंख्या, स्वास्थ्य और पोषण प्रोफाइलः एक तुलनात्मक परिप्रेक्ष्य, 2016-2021’ नामक शोध पत्र प्रकाशित किया गया।
- इस शोध पत्र में बताया गया है कि वर्ष 2016 से 2021 तक, भारत में अनुसूचित जनजाति (STs) की आबादी में जनसंख्या, स्वास्थ्य और पोषण से संबंधित 129 संकेतकों में से 83 में सुधार हुआ है। इनमें से कुछ प्रमुख सुधार निम्नलिखित हैं:
- बेहतर स्वच्छता सुविधाओं तक पहुंच में 30.4% की वृद्धि।
- जन्म के समय नागरिक पंजीकरण में 2016 में 76% से 2021 में 88% की वृद्धि।
....
क्या आप और अधिक पढ़ना चाहते हैं?
तो सदस्यता ग्रहण करें
इस अंक की सभी सामग्रियों को विस्तार से पढ़ने के लिए खरीदें |
पूर्व सदस्य? लॉग इन करें
वार्षिक सदस्यता लें
सिविल सर्विसेज़ क्रॉनिकल के वार्षिक सदस्य पत्रिका की मासिक सामग्री के साथ-साथ क्रॉनिकल पत्रिका आर्काइव्स पढ़ सकते हैं |
पाठक क्रॉनिकल पत्रिका आर्काइव्स के रूप में सिविल सर्विसेज़ क्रॉनिकल मासिक अंक के विगत 6 माह से पूर्व की सभी सामग्रियों का विषयवार अध्ययन कर सकते हैं |
संबंधित सामग्री
- 1 महिला सशक्तीकरण में एआई की भूमिका
- 2 भारत में गरीबी मापन ढांचे में संशोधन की आवश्यकता
- 3 भारत में बाल मृत्यु दर में कमी: एक अनुकरणीय उपलब्धि
- 4 स्वावलंबिनी-महिला उद्यमिता कार्यक्रम
- 5 भारत में पारिवारिक मूल्यों का क्षरण एक गंभीर चिंता: सर्वोच्च न्यायालय
- 6 छात्र आत्महत्याओं पर रोक के लिए टास्क फोर्स का गठन
- 7 श्रमिकों के सामाजिक सुरक्षा कवरेज हेतु समितियों का गठन
- 8 विज्ञान में महिलाओं की भागीदारी बढ़ाने हेतु यूनेस्को का अभियान
- 9 भारत और आईएलओ महानिदेशक के बीच द्विपक्षीय बैठक
- 10 वृद्धावस्था स्वास्थ्य सेवा और नशामुक्ति हेतु साझेदारी

- 1 दिव्यांगजन सशक्तीकरण विभाग द्वारा आरंभ की गई पहलें
- 2 अमान्य विवाह से जन्मे बच्चों का पैतृक संपत्ति पर अधिकार
- 3 आयुष्मान भारत अभियान तथा आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन
- 4 ट्रैकिंग यूनिवर्सल हेल्थ कवरेजः 2023 ग्लोबल मॉनिटरिंग रिपोर्ट
- 5 मनरेगा तथा सामाजिक लेखा-परीक्षा इकाइयों की स्थिति
- 6 अर्बनशिफ्ट एशिया फ़ोरम
- 7 भारतीय रिजर्व बैंक के वित्तीय समावेशन सूचकांक में सुधार