​शुक्र पर जल न होना

  • हाल ही में नेचर जर्नल में एक नया अध्ययन प्रकाशित किया गया जो शुक्र ग्रह पर जल नहीं पाये जाने से संबन्धित था|
  • इस अध्ययन के अनुसार, HCO+ डिसोसिएटिव रीकॉम्बिनेशन रिएक्शन (Dissociative Recombination Reaction - DR) नामक रासायनिक प्रतिक्रिया के कारण सारा पानी समाप्त हो गया।
  • शुक्र ग्रह के सहत से लगभग 125 किमी की ऊंचाई पर HCO+ डिसोसिएटिव पुनर्संयोजन प्रतिक्रिया (DR) बड़ी मात्रा में होती है।
  • इस रासायनिक प्रतिक्रिया से एक ग्रीनहाउस प्रभाव उत्पन्न हुआ| शुक्र सूर्य से दूसरा ग्रह और छठा सबसे बड़ा ग्रह है।
  • यह हमारे सौर मंडल का सबसे गर्म ग्रह है। इसकी सतह का तापमान लगभग 900 डिग्री ....
क्या आप और अधिक पढ़ना चाहते हैं?
तो सदस्यता ग्रहण करें
इस अंक की सभी सामग्रियों को विस्तार से पढ़ने के लिए खरीदें |

पूर्व सदस्य? लॉग इन करें


वार्षिक सदस्यता लें
सिविल सर्विसेज़ क्रॉनिकल के वार्षिक सदस्य पत्रिका की मासिक सामग्री के साथ-साथ क्रॉनिकल पत्रिका आर्काइव्स पढ़ सकते हैं |
पाठक क्रॉनिकल पत्रिका आर्काइव्स के रूप में सिविल सर्विसेज़ क्रॉनिकल मासिक अंक के विगत 6 माह से पूर्व की सभी सामग्रियों का विषयवार अध्ययन कर सकते हैं |

संबंधित सामग्री

करेंट अफेयर्स न्यूज़