हिंद-प्रशांत क्षेत्र और भारत: रणनीतिक परिप्रेक्ष्य और सहभागिता

हिंद-प्रशांत क्षेत्र, जो भारतीय महासागर और पश्चिमी प्रशांत महासागर को सम्मिलित करता है, 21वीं सदी में वैश्विक राजनीति का केंद्र बन गया है। यह क्षेत्र अपनी बढ़ती आर्थिक शक्ति, रणनीतिक महत्व और विभिन्न सुरक्षा चुनौतियों के लिए जाना जाता है।भारत, अपनी विशिष्ट भौगोलिक स्थिति और बढ़ती आर्थिक और सैन्य शक्ति के साथ, इस क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण हितधारक बन गया है। भारत की "एक्ट ईस्ट" नीति इस क्षेत्र के साथ उसके जुड़ाव को मजबूत करने पर केंद्रित है।

भारत का रणनीतिक परिप्रेक्ष्य

भारत का हिंद-प्रशांत क्षेत्र के लिए रणनीतिक दृष्टिकोण निम्नलिखित सिद्धांतों पर आधारित है:

  • मुक्त, खुला और समावेशी: भारत एक ....
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