बिम्सटेक: प्रासंगिकता और भारत का जुड़ाव
बिम्सटेक (बहुक्षेत्रीय तकनीकी और आर्थिक सहयोग के लिए बंगाल की खाड़ी पहल) दक्षिण एशिया और दक्षिण-पूर्व एशिया के सात देशों का एक क्षेत्रीय मंच है। इसकी स्थापना 1997 में बंगाल की खाड़ी के आसपास के देशों के बीच आर्थिक और तकनीकी सहयोग को बढ़ावा देने के लिए की गई थी। सदस्य देश हैं: बांग्लादेश, भूटान, भारत, म्यांमार, नेपाल, श्रीलंका और थाईलैंड ।
वर्तमान प्रासंगिकता
आज के वैश्विक परिदृश्य में, बिम्सटेक पहले से कहीं अधिक प्रासंगिक है। यह क्षेत्र कई महत्वपूर्ण चुनौतियों का सामना कर रहा है, जैसे कि:
- आर्थिक विकास: क्षेत्र में कई देश अभी भी गरीबी और विकास के निम्न ....
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- 14 भारत-फ्रांस संबंध: आर्थिक और सामरिक साझेदारी
- 15 मध्य एशिया में भारत की महत्वाकांक्षाएं और चुनौतियां
- 16 अंतरराष्ट्रीय वित्तीय संरचना: समावेशी विकास हेतु व्यापक सुधार
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- 19 हिंद महासागर रिम एसोसिएशन (IORA)
- 20 ब्रिक्स का विस्तार: भारत के लिए निहितार्थ और चुनौतियाँ
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- 22 संयुक्त राष्ट्र संघ में सुधार: आवश्यकता और भारत का रुख
- 23 हिंद-प्रशांत क्षेत्र और भारत: रणनीतिक परिप्रेक्ष्य और सहभागिता
- 24 दक्षिण चीन सागर: भारत की सामरिक और आर्थिक प्राथमिकताएँ
- 25 नेबरहुड फर्स्ट नीति: प्रगति और उपलब्धियाँ
- 26 भारत का वैश्विक उत्थान और क्षेत्रीय पतन: एक विरोधाभास
- 27 भारत की अंतरराष्ट्रीय मानवीय सहायता: राजनयिक लाभ
- 28 द्विपक्षीय निवेश संधियाँ: भारत का दृष्टिकोण और चिंताएँ
- 29 भारतीय प्रवासी: भारत के विकास में योगदान