स्वतंत्रता आंदोलन में महिलाओं की सहभागिता

भारतीय स्वतंत्रता संग्राम न केवल स्वतंत्रता के लिए एक राजनीतिक आंदोलन था बल्कि एक समावेशी आंदोलन भी था, जिसमें समाज के विभिन्न वर्ग शामिल थे। स्वतंत्रता संग्राम का इतिहास महिलाओं के बलिदान, निस्वार्थता, वीरता की गाथा से भरा हुआ है। उन्होंने सच्ची भावना और निडर साहस के साथ स्वतंत्रता संग्राम में हिस्सा लिया और देश को अंग्रेजों से आजादी दिलाने के लिए विभिन्न यातनाओं, शोषण और कठिनाइयों का सामना किया।

स्वतंत्रता आंदोलन में महिलाओं की सहभागिता एवं भूमिका

  • प्रारंभिक संघर्षः भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में महिलाओं की भागीदारी 1817 की शुरुआत में आरंभ हुई। भीमा बाई होल्कर ने ब्रिटिश कर्नल मैल्कम ....
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