बिहार में हुए धार्मिक एवं समाज सुधार आंदोलन पर संक्षिप्त टिप्पणी लिखिए।

उत्तर: ब्रिटिश शासन के दौरान बंगाल सामाजिक-धार्मिक सुधार आंदोलन का प्रमुख केंद्र था। इस कारण बिहार में होने वाले धार्मिक एवं सामाजिक सुधार पर बंगाल के महान व्यक्तित्वों तथा गठित संगठनों का अत्यधिक प्रभाव था।

  • ब्रह्म समाज के संस्थापक राजा राममोहन राय थे, इन्होंने उर्दू एवं फारसी की शिक्षा पटना में रह कर प्राप्त की थी। 1866 में कृष्ण नंदन घोष द्वारा भागलपुर में ब्रह्म समाज की बिहार में प्रथम शाखा स्थापित की गई। शीघ्र ही पटना, मुंगेर, जमालपुर आदि जगहों पर भी इसकी शाखाएं स्थापित की गई।
    • इसके द्वारा ....
क्या आप और अधिक पढ़ना चाहते हैं?
तो सदस्यता ग्रहण करें
इस अंक की सभी सामग्रियों को विस्तार से पढ़ने के लिए खरीदें |

पूर्व सदस्य? लॉग इन करें


वार्षिक सदस्यता लें
सिविल सर्विसेज़ क्रॉनिकल के वार्षिक सदस्य पत्रिका की मासिक सामग्री के साथ-साथ क्रॉनिकल पत्रिका आर्काइव्स पढ़ सकते हैं |
पाठक क्रॉनिकल पत्रिका आर्काइव्स के रूप में सिविल सर्विसेज़ क्रॉनिकल मासिक अंक के विगत 6 माह से पूर्व की सभी सामग्रियों का विषयवार अध्ययन कर सकते हैं |

संबंधित सामग्री

प्रारंभिक विशेष