बिहार में भारत छोड़ो आन्दोलन के विकास पर प्रकाश डालिए। इस आंदोलन में बिहार की भूमिका की चर्चा कीजिए।

उत्तर: द्वितीय विश्व युद्ध की प्रगति, उससे उत्पन्न परिस्थितियां, गहराते आर्थिक संकट तथा 1942 में क्रिप्स मिशन की असफलता की पृष्ठभूमि में महात्मा गांधी ने 1942 में भारत छोड़ो आन्दोलन की घोषणा की।

  • गांधीजी द्वारा घोषित इस आन्दोलन का व्यापक प्रभाव और प्रसार बिहार में देखा गया। 31 जुलाई, 1942 को राजेन्द्र प्रसाद ने बिहार प्रदेश कांग्रेस कमिटी की एक विशेष बैठक बुलाकर कांग्रेसी कार्यकर्त्ताओं को भावी संघर्ष के लिए तैयार रहने का आह्नान किया।
  • 8 अगस्त, 1942 को अखिल भारतीय कांग्रेस समिति ने इस प्रस्ताव को स्वीकार किया। इसके पश्चात गांधीजी द्वारा करो या मरो का नारा दिया गया तथा 9 ....
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