जैव विविधाता संरक्षणः विधिायां और रणनीतियां

पारिस्थितिक संतुलन और विविधता को बनाए रखने के लिए प्राकृतिक संसाधनों के उचित प्रबंधन को जैव विविधता संरक्षण कहा जाता है। इसमें वर्तमान पीढ़ी की जरूरतों को पूरा करने के लिए प्राकृतिक संसाधनों का बुद्धिमानी से उपयोग करना शामिल है, जबकि भविष्य की पीढि़यों के लिए पर्याप्त संसाधनों को छोड़ना संसाधनों के सतत उपयोग के रूप में जाना जाता है।

  • प्रजातियों के विलुप्त होने को रोकने, प्रजातियों को विलुप्त होने से बचाने और पारिस्थितिक तंत्र को क्षति और गिरावट से बचाने के लिए जैव विविधता संरक्षण महत्वपूर्ण है।
  • यह प्राकृतिक आवासों और विभिन्न पारिस्थितिक तंत्रों की सुरक्षा, संरक्षण और प्रबंधन सुनिश्चित करता ....
क्या आप और अधिक पढ़ना चाहते हैं?
तो सदस्यता ग्रहण करें
इस अंक की सभी सामग्रियों को विस्तार से पढ़ने के लिए खरीदें |

पूर्व सदस्य? लॉग इन करें


वार्षिक सदस्यता लें
सिविल सर्विसेज़ क्रॉनिकल के वार्षिक सदस्य पत्रिका की मासिक सामग्री के साथ-साथ क्रॉनिकल पत्रिका आर्काइव्स पढ़ सकते हैं |
पाठक क्रॉनिकल पत्रिका आर्काइव्स के रूप में सिविल सर्विसेज़ क्रॉनिकल मासिक अंक के विगत 6 माह से पूर्व की सभी सामग्रियों का विषयवार अध्ययन कर सकते हैं |

संबंधित सामग्री

प्रारंभिक विशेष