पश्मीना क्राफ्ट को मिला GI टैग

3 अक्टूबर, 2023 को जम्मू-कश्मीर के पारंपरिक शिल्प बसोहली पश्मीना को प्रतिष्ठित भौगोलिक संकेतक (GI) टैग प्रदान किया गया है। बसोहली पश्मीना उत्पाद पश्मीना बकरी के ऊन से बनते हैं।

  • बसोहली पश्मीना अपनी असाधारण कोमलता, बारीकी और कम वजन के लिए प्रसिद्ध है। इसे पारंपरिक कताई तकनीकों का उपयोग करके कुशल कारीगरों द्वारा तैयार किया गया। पश्मीना उत्पादों में पुरुषों और महिलाओं दोनों के लिए शॉल, मफलर, कंबल और टोकरी शामिल हैं।
  • मूल रूप से यह जम्मू-कश्मीर के सुरम्य कठुआ जिले से संबद्ध पारंपरिक वस्त्र निर्माण प्रौद्योगिकी का प्रयोग कर निर्मित किया जाता है। यह उत्तम वस्त्र एक सदी से अधिक ....
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