रूसी क्रांति: कारण तथा वैश्विक प्रभाव

1917 में रूस के जार निकोलस द्वितीय के निरंकुश शासन के विरुद्ध जन आन्दोलन हुआ जिसे ‘रूसी क्रांति’ कि संज्ञा दी जाती है। मार्च 1917 में सम्राट को पद त्याग के लिए विवश किया गया तथा एक अस्थाई सरकार की स्थापना की गई।

  • पुनः अक्टूबर 1917 में अस्थाई सरकार के स्थान पर बोलशेविक सरकार (कम्युनिस्ट सरकार) की स्थापना की गई। कार्ल मार्क्स द्वारा प्रतिपादित समाजवाद की विचारधारा को मूर्त रूसी क्रांति ने प्रदान की।
  • इस क्रांति ने न केवल स्वेच्छाचारी जारशाही शासन को समाप्त करते हुए इस प्रकार की शासन व्यवस्था की स्थापना की जो मजदूर और किसानों की सत्ता कही जा ....
क्या आप और अधिक पढ़ना चाहते हैं?
तो सदस्यता ग्रहण करें
इस अंक की सभी सामग्रियों को विस्तार से पढ़ने के लिए खरीदें |

पूर्व सदस्य? लॉग इन करें


वार्षिक सदस्यता लें
सिविल सर्विसेज़ क्रॉनिकल के वार्षिक सदस्य पत्रिका की मासिक सामग्री के साथ-साथ क्रॉनिकल पत्रिका आर्काइव्स पढ़ सकते हैं |
पाठक क्रॉनिकल पत्रिका आर्काइव्स के रूप में सिविल सर्विसेज़ क्रॉनिकल मासिक अंक के विगत 6 माह से पूर्व की सभी सामग्रियों का विषयवार अध्ययन कर सकते हैं |

संबंधित सामग्री