नैनोकण की मदद से CO2 का ईंधन में परिवर्तन

अमेरिका के रटगर्स विश्वविद्यालय के शोधकर्ताओं ने हाल ही में अति सूक्ष्म टाइटेनियम डाइऑक्साइड क्रिस्टल बनाए हैं जो कार्बन डाईऑक्साइड का प्रयोग कर मीथेन और अन्य ईंधन का उत्पादन करने में मदद कर सकते हैं। यह नैनोकण असामान्य "ब्लिंकिंग" व्यवहार को प्रदर्शित करता है| हालांकि यह अभी भी स्पष्ट नहीं है कि यह क्रिस्टल ब्लिंक क्यों करता हैं|

  • इस सूक्ष्म टाइटेनियम डाइऑक्साइड क्रिस्टल में लंबे समय तक चार्ज सँजोए रखने की भी क्षमता भी हैं| इस गुण के आधार पर इसका उपयोग क्वांटम कंप्यूटर विकसित करने में भी किया जा सकता हैं। शोधकर्ताओं की टीम ने बेहद छोटे टाइटेनियम डाइऑक्साइड क्रिस्टल ....
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