ब्लैक गोल्ड का विकास
भारतीय वैज्ञानिकों ने नैनो-तकनीक के प्रयोग द्वारा स्वर्ण धातु के रासायनिक गुणधर्म में बदलाव करके ‘ब्लैक गोल्ड’ (Black Gold) नामक एक नया पदार्थ विकसित करने में सफलता प्राप्त की है, जिसका अनुप्रयोग सौर ऊर्जा संचयन (solar energy harvesting) तथा समुद्री जल के विलवणीकरण (desalinating) में किया जा सकता है।
- 3 जुलाई, 2019 को केमिकल साइंस (Chemical Science) नामक जर्नल में प्रकाशित यह अध्ययन मुंबई स्थित टाटा इंस्टीटड्ढूट ऑफ फंडामेंटल रिसर्च (ज्प्थ्त्) के वैज्ञानिकों के नेतृत्व में किया गया।
अनुप्रयोगः
- ब्लैक गोल्ड, सामान्य वायुमंडलीय दाब व सौर ऊर्जा से प्राप्त तापमान का ....
क्या आप और अधिक पढ़ना चाहते हैं?
तो सदस्यता ग्रहण करें
इस अंक की सभी सामग्रियों को विस्तार से पढ़ने के लिए खरीदें |
पूर्व सदस्य? लॉग इन करें
वार्षिक सदस्यता लें
सिविल सर्विसेज़ क्रॉनिकल के वार्षिक सदस्य पत्रिका की मासिक सामग्री के साथ-साथ क्रॉनिकल पत्रिका आर्काइव्स पढ़ सकते हैं |
पाठक क्रॉनिकल पत्रिका आर्काइव्स के रूप में सिविल सर्विसेज़ क्रॉनिकल मासिक अंक के विगत 6 माह से पूर्व की सभी सामग्रियों का विषयवार अध्ययन कर सकते हैं |
संबंधित सामग्री
- 1 हाइपरसोनिक मिसाइल का सफल परीक्षण
- 2 लंबी दूरी की क्रूज मिसाइल का परीक्षण
- 3 स्वदेशी एंटीबायोटिक : नैफिथ्रोमाइसिन
- 4 प्रकाश संश्लेषण में सक्षम पशु कोशिकाएं
- 5 सेल-आधारित बायोकंप्यूटर
- 6 LiDAR तकनीकि के माध्यम से माया सभ्यता के शहर कि खोज
- 7 5G ग्रामीण कनेक्टिविटी
- 8 लकड़ी के पैनल वाला उपग्रह
- 9 डब्ल्यूएचओ द्वारा मंकीपॉक्स परीक्षण को मंजूरी
- 10 फ्लोरोसेंट नैनोडायमंड्स की क्वांटम क्षमता